आनंदपाल गिरफ्तारी v/s गृहमंत्री के बयान, 6 बयान जो सुर्खियां बने
Political Desk राजस्थान के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया का हालिया बयान एक बार फिर सुर्खियों में है। जोधपुर में कटारियां से पत्रकारों ने कुख्यात फरार अभियुक्त आनंदपाल गिरफ्तारी की प्रगृति के बारे मे पुछा तो बयान चौकाना वाला था। गृहमंत्री ने कहा कि आनंदपाल के राज्य से भाग जाने से अगर राजस्थान में शांति है तो अच्छी ही बात हैं। आनंदपाल गिरफ्तारी v/s गृहमंत्री के बयानो में एक नया अध्याय जुड गया है। गृहमंत्री का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब आनंदपाल के ज्यादातर गुर्गे पकडे़ जा चुके है और राज्य की पुलिस के पास आनंदपाल का कोई पता ठिकाना नही है।
आनंदपाल गिरफ्तारी v/s गृहमंत्री के बयान
जोधपुर 8 अक्टूबर को आनंदपाल पर गृहमंत्री का बयान का घटनक्रम कुछ इस तरह रहा। गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया से पत्रकारो ने आनंदपाल नही पकडे जाने पर सवाल पुछे।
- गृहमंत्री का बयान था कुख्यात अपराधी आनंदपाल के भागने से अगर राजस्थान में शांति व्यवस्था बरकरार रहे तो यह प्रदेश वासियों के लिए अच्छी बात है। वैसे पुलिस अपना काम कर रही है और आनंदपाल को पकडऩे के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है। इसमें जल्दी सफलता मिल जाएगी। उन्होंने कहा है कि आनंदपाल भले अभी तक नहीं पकड़ा गया हो लेकिन आनंदपाल के अन्य साथियों को पकड़ लिया गया है।
2. गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया का सबसे चर्चित बयान गैंगस्टर के वकील द्वारा आनंदपाल के सरेंडर करने के बयान दिया था कटारियान ने कहा था कि आनंदपाल का एनकाउंटर नही होगा सरकार आनंदपाल को आराम से से जेल में रखेंगी।
आनंदपाल गिरफ्तारी v/s गृहमंत्री पूर्व में दिए गए बयान
3, इससे पहले गृह मंत्री ने घोषणा की कि जब तक आनंदपाल और उसके गिरोह को नेस्तनाबूद न कर दूंगा तब तक चैन की सांस नहीं लूंगा।
4. लेकिन गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया का विधानसभा सत्र के दौरान एक ओर बयान सामने आया उसमें उनकी हताशा साफ झलकी उन्होने कहा था कि कुख्यात अपराधी आनंदपाल को एक न एक दिन पकड़ कर रहेंगें
5. जबकि टोंक जिले के दौरे के गृह अभियोजन भवन का लोकार्पण समारोह में गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने प्रदेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था के लिए अपने आप को जिम्मेंदार बताते हुए गैंगस्टर आनंदपाल के फरार होने के मामले की नैतिक जिम्मेदारी ली।
6. राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कुछ समय पहले आरोप लगाया था कि सरकार का कौन मंत्री आनंदपाल से जेल में जाकर मिलकर आया, इसकी जांच होनी चाहिए। उस वक्तर गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने गहलोत के बयान का जवाब देते हुए कहा था कि पहले गहलोत को बताना चाहिए कि आनंदपाल किसके शासनकाल में पनपा है?