आने वाले तीन-चार महीने तक महंगी होंगी दालें
आने वाले तीन चार महीने तक महंगी होगी दालें
नई दिल्ली आने वाले तीन से चार महीने तक महंगे दालों से निजात मिलने की संभावना कम है। नई फसल बाजार में अक्टूबर के बाद आएगी, इसलिए आने वाले दिनो में दाल 500-700 रुपए प्रति क्विंटल और महंगा हो सकता है। इस साल सबसे ज्यादा तेजी उड़द की कीमतों में आई है। दरअसल, म्यांमार (बर्मा) में उड़द का उत्पादन घटा है जिसके कारण वहां उड़द की कीमत 70 फीसदी तक चढ़ गई है। पिछले साल बर्मा में उड़द 700-750 डॉलर प्रति टन के भाव बिक रहा था, जो अब 1150-1200 डॉलर प्रति टन पहुंच गया है।भारत अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए बड़े पैमाने पर दालों का आयात करता है। भारत के साथ- साथ म्यांमार, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा जैसे प्रमुख दाल निर्यातक देशों में भी दालों का उत्पादन गिरा है। विशेषज्ञों के मुताबिक नई फसल के आने के बाद ही कीमतों में नरमी आ सकती है। दाल की नई उपज अक्टूबर के बाद आएगी।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की प्राइस मॉनिटरिंग सेल के उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक उड़द,तुअर, मसूर दाल, चना और मूंग के दाम सबसे ज्यादा चढ़े हैं। मौजूदा समय में महानगरों में उड़द की दाल 105-123 रुपए प्रति किलो बिक रही है। जबकि पिछले साल मई महीने में दाल की कीमत 64-80 रुपए प्रति किलो थी।
सबसे ज्यादा उड़द दाल की कीमत चढ़ी
दाल मई 2014 मई 2015 बदलाव (%)
उड़द 64-80 105-123 64
अरहर 68-86 102-116 53
मसूर 60-75 80-94 40
मूंग 92-105 107-116 26
चना 45-50 60-68 51
स्रोत: उपभोक्ता मामले विभाग (कीमत रुपए प्रति किलो)
700 रुपए प्रति क्विंटल तक बढ़ेंगे दाम
मुंबई और दिल्ली के बड़े व्यापारियों के मुताबिक सभी दालों की कीमतों में अगले चार महीने तक तेजी जारी रह सकती है। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अरहर का उत्पादन घटने की संभावना है जिसके कारण कीमतों में तेजी आई है। पिछले साल के मुकाबले अंतरराष्ट्रीय बाजार में अरहर की कीमत 46 फीसदी चढ़कर 1125 डॉलर प्रति टन हो गई है। पिछले साल अरहर का भाव 760-770 डॉलर प्रति टन था। दाल की महंगाई एक बार फिर बढ़ सकती है। आयात महंगा होने और उत्पादन कम रहने से अगले चार महीनों तक दालों की कीमतों में कमी आने के आसार नहीं है। जानकारों की माने तो इस दौरान दाल की कीमतों में 5 से 10 फीसदी की तेजी देखने को मिल सकती है। पिछले एक साल के दौरान घरेलू बाजार में दाल की कीमतें 64 फीसदी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में 70 फीसदी तक उछल गई हैं। दाल व्यापारियो का अनुमान है कि आने वाले दिनों में चना दाल की कीमतें 7500 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच सकती हैं। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद इस साल दाल की कीमतों में तेजी जारी रह सकती है। भारत समेत दाल उत्पादक मुख्य देशों में पिछले साल दालों का उत्पादन घटा है, वहीं खपत ज्यादा है। ऐसे में दाल की कीमतों पर लगाम लगाना मुश्किल है।