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पोलियो निदान के लिए मिलने वाली रकम को प्रवचन पर खर्च कर रहा हैं नारायण सेवा संस्थान उदयपुर नारायण सेवा संस्थान

By admin - शुक्र मई 03, 10:36 पूर्वाह्न

May 3, 2013 narayan_logo जयपुर /उदयपुर  भारत समेत विश्व में शारीरिक रूप से विकलांगों का उपचार में जुटी उदयपुर की नारायण सेवा संस्थान पर दान में मिलने वाली राशी के नियमविरुध इस्तेमाल के आरोप सामने आए है.  स्थानीय मीडिया और सोशल वेवसाईटो पर आई जानकारियो में एनएसएस उदयपुर की कार्यप्रणाली पर कई सवालिया खडे कर दिए हैं.  देश विदेश से विकलांग के उपचार के नाम पर एनएसएस उदयपुर को करोडो रुपय प्राप्त हो रहे हैं. नारायण सेवा संस्थान इस राशी का इस्तेमाल विकलांगो को अपने पैरो पर खड़ा करने के नाम पर एकत्र करता रहा है. एनएसएस की वेबसाईट http://www.narayanseva.org पर इसके सर्दभ में कई तस्वीरे, वीडियो एवम अन्य प्रचार सामग्री दर्शाई गई हैं. नारायण सेवा संस्थान उदयपुर इस कार्यो के लिए 50 % और 100% टैक्स रिबेट मिलने का दावा भी करता रहा हैं.

यूनाइटेड किंगडम (यूके) में प्रवासी भारतीय भारत मिस्त्री ने वेबसाईट पर कहा है कि नारायण सेवा संस्थान विज्ञापन के जरिए दान प्राप्त कर रहा है और उसी रकम को विज्ञापन पर खर्च कर रहा है। दानदाता भारत के गरीब पोलियो ग्रस्त बच्चों के उपचार के लिए दान दे रहे है जबकि संस्थान उस रकम को अपने प्रचार में काम ले कर उनके विश्वास को तोड़ रहा है।  मिस्त्री के अनुसार नारायण सेवा संस्थान विज्ञापन के लिए दान प्राप्त नही कर रहा हैं। वह पोलियों रोगी बच्चों के उपचार के लिए दान प्राप्त कर रहा है। लेकिन दान में प्राप्त रकम का काफी बड़ा हिस्सा टीवी चैनलों को विज्ञापन के भुगतान के लिए चुकाया जा रहा है।

क्या नारायण सेवा संस्थान दान प्राप्त राशी को संस्था प्रमुख के व्यक्तिगत प्रवचन और प्रचार पर खर्च कर सकता हैं.

इस बारे में इनकम टैक्स से जुडे विशेषज्ञो का मानना है कि कोई भी सामाजिक संस्थान समाजसेवा के लिए दान प्राप्त कर सकती है लेकिन उक्त  धन का इस्तेमाल संस्था से जुडे व्यक्तियो के स्वम प्रचार और व्यक्तिगत फायदे के लिए खर्च हेतू नही होती.ऐसा करते साबित होने पर यह एक गंभीर अपराध की श्रेणी में माना जाएगा।

इस सदर्भ में इंडिया प्राइम की ओर से संस्था की सीए अकिंता से हुई बातचित में सामने आया कि संस्थान आस्था इन्टरनेशनल चैनल पर प्रचार के लिए १० हजार पौड़ (८ लाख ३० हजार रूपये) प्रतिमाह भुगतान कर रहा है। अब इन्होंने एमए टीवी पर भी विज्ञापन देना शुरू कर दिया है। यही नहीं करीब एक दर्जन टीवी चैनलों को विज्ञापन के लिए भारी भरकम राशि का भुगतान किया जा रहा है।संस्था का कहना है कि टीवी पर प्रवचन को वह पोलियो उन्मूलन अभियान के प्रचार प्रसार के तौर पर देखती है .

क्या इनकमटैक्स विभाग को पता है?
प्राप्त जानकारी के अनुसार संस्था आस्था चैनल को रात्रि में १५ मिनट प्रसारण के लिए ४ लाख ९६ हजार ३५० रूपये तथा सुबह २० मिनिट के लिए ३ लाख ८६ हजार ३५० रूपए भुगतान किया जा रहा हैं। इसी प्रकार साधना चैनल पर दोपहर में २०मिनिट के लिए १लाख रूपये प्रतिमाह, जागरण टीवी पर सुबह २० मिनिट के लिए १ लाख रूपये प्रतिमाह, संस्कार चैनल पर रात्रि में २० मिनिट के लिए ३ लाख ५० हजार रूपये प्रतिमाह, स्टार प्लस चैनल पर सुबह ३० मिनिट के लिए ५ लाख ११ हजार ५००रूपये प्रतिमाह और टोटल भक्ति डॉट कॉम पर ७२ हजार प्रतिमाह का भुगतान किया जा रहा है।

आश्चर्य तो इस बात का है कि इस भुगतान का देवस्थान विभाग को कोई ब्योरा नहीं दिया जा रहा है, जो कि किसी भी पब्लिक ट्रस्ट के लिए आवश्यक है। ऐसा करके सरकार से भी कुछ छिपाया जा रहा है। जिससे ट्रस्ट को मिली आयकर छूट की पुन: समीक्षा की जा सकती है।

anikta ca नारायण सेवा संस्थान उदयपुर

टीवी लाईव पर निर्भर करता है एमाउंट कोई फिक्स नही हैं अलग अलग चैनलो का अलग अलग रेट हैं. टीवी पर प्रवचन टेलिकास्ट करने को हम पोलियो से जुडे अभियान के जागरुकता के रुप में मानते है.

इस सदर्भ में अगर किसी की कोई प्रतिक्रिया है तो कृपया [email protected]/ या 8233933602 पर अवगत करवाया जा सकता हैं.

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