पृथ्वीराज नगर नियमन का श्रेय लेने में काग्रेस और बीजेपी में होड शुरु,हर शहर में सरकारी पट्टा इसी तरह मिलेगा,का सदेंश देने में सफल होगी काग्रेस ?

देवेंद्र सिंह

जयपुर में भले ही पृथ्वीराज नगर को नियमित किए जाने के आदेश अभी कागजो पर भी नही आए हो, लेकिन गहलोत सरकार ने अपने सिपेहसलारो के साथ मिलकर अपने मिया मिठ्ठू बनना शुरु कर दिया है. सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पृथ्वीराजनगर के लोगो के साथ कई काग्रेसी नेता भी अभार जताने आए, इनमें आगे आगे थे जयपुर ग्रामीण से सांसद लालचन्द कटारिया , जयपुर मेयर ज्योति खंडेलवाल, और आर.टी.डी.सी के चैयरमैन रणदीप धनकड. वैसे जयपुर नगर निगम भी शहर के हर चौराहे और मुख्यसडक पर गहलोत,धारीवाल,और लालचंद काटारिया के साथ जयपुर की मेयर ज्योति के चित्र भी जनता के नाम पर एक दुसरे को आभार देते दिखाई दे रहे है.

घोषणा के एक सप्ताह बाद क्रेडिट लेने की होड क्यो

असल में गहलोत सरकार ने पच्चीस साल पुराने मामले को सुलझाने का दावा कर पृथ्वीराजनगर के लिए सरकारी पट्टा  दिए जाने की घोषणा तो कर दी ,लेकिन जनता के बीच सरकार के सदेश को बीजेपी के विधायको अशोक परनामी, राजपाल सिंह शेखावत ने बडी चालाकी से सरकारी नकली पट्टा मिलेगा अभी तो असली के लिए हर गज पर पद्रह सौ रुपय चुकाने होगे का गणित बताकर सरकार के इरादो पर पानी फेर दिया. अब सरकार जनता के सामने बैनरो,धन्यवाद रैलियो और विज्ञापनो के जरिए सदेंश देने में लगी है. इन सबके साथ साथ उस इलाको के मतदाओ का जातिगत गणित भी ध्यान में रखा गया है.मतलब सरकारी प्रयासो में जाट,यादव और बनिया मतदाता का ध्यान खीचा जा रहा है. जाट और यादव समुदाय तो पृथ्वीराजनगर में बाहुल्य है लेकिन बनिया मतदाताओ का कौन सा हित , शहरी विकास मंत्री शातिधारीवाल और जयपुर मेयर ज्योति खंण्डेवाल साधने में लगे है ये जयपुर की जनता की समझ से बाहर है. खैर सरकार की घोषणा के बाद से ही इलाके में बडी जमीने के छोटे छोटे सौदो की बाढ आ गई है. क्योकि सरकार ने घोषणा कि है कि एक हजार गज से बडे प्लाट सरकारी निगाह में है . सरकार के प्रयास इलाके के मतदाता  को  कितना फायदा पहुचाएगा ये समय अपने आप बता देगा या आने वाले विधानसभा चुनावो में साफ हो जाएगा लेकिन फिलहाल दोनो पार्टिया जयपुर की छ विधानसभा सीटो के मतदाता को चारा डालने में लगी है.पृथ्वीराजनगर के जो पहले बनीपार्क विधानसभा सीट थी अब उसके मतदाता,झोटवाडा,विध्दयाधरनगर,आर्दश नगर,सांगानेर,आमेर,बगरु के मतदाताओ को प्रभावित करती है. सरकार ने एक तीर से कई निशाने लगाए है इस लिए आने वाले दिनो में सत्ता में बैठे मंत्रियो के बयान और कागजो पर हकीकत तय करेगे कि सरकार नौकरशाहो की सुनती है या जनता की.

अगर सरकार सफल हुई तो राजस्थान का हर शहर की अनियमित काँलोनिया इसी फार्मूले के आधार पर नियमित होने का सपना दिखाया जाएगा

 

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