surgical strikes क्या है, कैसे कमांड़ों अंजाम देते है सीमा पर ऐसे ऑपरेशन को
National Desk देवेन्द्र सिंह भारतीय सेना के चनिंदा कमांडो ने बुधवार रात 28 सितम्बर 16 को surgical strikes ऑपरेशन को अंजाम दिया। डॉरेक्टर जरनल मिलेट्री ऑपरेशन्स लेफ्टीनेंट जरनल रणबीर सिंह ने विदेश मंत्रालय की सयुंक्त बैठक में इस ऑपरेशन की पूष्टी की । भारतीय सेना का इस ऑपरेशन के पीछे मकसद पीओके पर आंतकी कैम्पों को नष्ट करना था। सूत्रों के अनुसार पाक अधिकृत कश्मीर के लिपा, केल, हॉट स्प्रिग, भिंबर क्षेत्रों में सेना के बहादुर कमांडो की इस कार्रवाई में 38 आंतकी और 2 पकिस्तानी सैनिक मारे गए। आखिर कैसे होते है सर्जिकल स्ट्राइक और सेना के कमांड़ो कैसे देते है इसे अजांम
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surgical strikes क्या है
भारतीय सेना की विशेष कमांडो की टीम ऐसे ऑपरेशन जो भारतीय सीमा के बाहर अंजाम देती हैं। इन आपरेशन का मकसद बॉर्डर पर आंतकी कैम्पो या आंतकियो को मदद करने वालो को तहस नहस करना होता हैं। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भारत की ओर से यह सम्भवतह पहली अधिकृत विशेष कार्रवाई है।
भारतीय सेना में विशेष टूकड़ी पैराशूट रजिमेंट इसके लिए दक्ष मनी जाती है । जबकि इंडियन नेवी में मैरीन कमांडो या मारकोस के नाम से पहचाने जाते है। वही इंडियन एयरफोर्स में इन्हे गुरू़ड के नाम से पूकारा जाता है।
लक्ष्यभेदी निशानो के साथ भारतीय सेना के विशेष आपरेशन को उस वक्त अंजाम दिया है जब आंतकी बॉर्डर के अलावा भारतीय शहरो पर आंतकी हमले की तैयारी में थे। भारतीय सेना की ओर से इस कार्रवाई का मकसद दोनो देशो के बीच युद्द जैसे हालत को कम किए जाने के तौर पर देखा जा रहा है।
कैसे किया जाता है surgical strikes
सैना से जुड़े पूर्व अधिकारियों की माने तो भारतीय सेना के काबिल कमांडो की छोटी टूकडी जिसे पैरा कमांडो के नाम से जाना जाता है। इन कमांडो्ज को विशेष तौर पर हैलिकाप्टर, हवाई रास्ते ,जमीनी रास्तो, नदी नालो के रास्ते टारगेट के आसपास भेजा जाता है। क्योकि यह एक बेहद सवेदनशील मामला है ऐसे में इस ऑपरेशन को बेहद गोपनीय रखा जाता है।
इन कमांडोज के लिए भारतीय ऐजेसिंयो के अलावा दुश्मन देश की सरकारी और नागरिको भनक लगे बिना अपने कार्य को अजाम देकर सुरक्षित निकलना होता है। आमतौर पर ऐसे आपरेशन्स तय समय में पूरा करने का लक्ष्य रखा जाता है। इसके लिए रौ, आईबी, इंटेलिजेंस विंग आदि अन्य सुरक्षा एजेंसियो के उच्च स्तर पर समन्वय बेहद आवश्यक माने जाते है।
ऐसे आपरेशन्स के लिए C4ISR support यानी नेतृत्व ,कट्रौल, कम्यूनिकेशन, कम्प्यूटर, इंटेलिजेंस,सर्वेलेंस और रिकॉएनेंस्स की आवश्यकता पडती है। ऐसे समय में जब पाकिस्तान भारत को लेकर तनाव में है और बॉर्डर पर हवाई,जमीनी और अन्य सभी गतिविधियो पर सर्वोच्च नजर बनाए हुए है,ऐसे वक्त में भारतीय सेना के मुट्ठी भर कमांडोज ने 38 आंतकियों बिना नुकसान के ढेर करना काबिले तारीफ है।
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