June 03, 2014

गेल सिरेमिक एवं ग्लास हब के लिए गैस आपूर्ति के लिए तैयार

By admin - Sat Dec 15, 9:11 pm

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glass

जयपुर, 15 दिसम्बर। देश के प्रमुख प्राकृतिक गैस कंपनी गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया (गेल) पहले से ही राजस्थान औद्योगिक निवेश निगम लिमिटेड (रीको) द्वारा अलवर के गिलोठ स्थापित किए जा रहे सिरेमिक एवं ग्लास हब में प्राकृतिक गैस उपलब्ध कराने की तैयारी में है।

महाप्रबंधक जेएलपीएल (ओ एंड एम) एवं क्षेत्रीय विपणन गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल)  एसएन कुमार ने सेरा ग्लास 2012 की शुरुआत पर शनिवार को आयोजित तकनीकी सत्र में बोलते हुए रीको को आवश्वस्त किया कि रीको की गैस की आवश्यकता को पूरा करने के लिए 750 एकड़ जमीन पर प्रतिष्ठित सिरेमिक एंड ग्लास हब के लिए गेल सुल्तानपुर-नीमराणा (एसएनएलपी) का विस्तार होगा।

कुमार ने कहा कि मौजूदा पाइपलाइन नेटवर्क सुल्तानपुर-नीमराना सीजेपीएल बढ़ोतरी की संभावना से युक्त लाइन है, जो वर्तमान में 82 किमी क्षेत्र पर रखी है। इसे आसानी से गिलोठ के सिरेमिक एंड ग्लास हब की जरूरतों को पूरा करने के लिए बढ़ाया जा सकता है।

कुमार ने कहा कि सुल्तानपुर – नीमराना लाइन के पहले चरण और द्वितीय क्षमता 5.0 एमएमएससीएमडी है एवं यहां टी के चलते गिलोठ हब के लिए इस पाइपलाइन से गैस की आपूर्ति में कोई समस्या नहीं होगी।

कुमार ने कहा कि सिरेमिक एंड ग्लास उद्योग ऊर्जा गहन है और प्राकृतिक गैस उद्योग के लिए सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी ईंधन के रूप में यह सबसे अच्छा है और कम कीमत के चलते सिरेमिक एंड ग्लास उद्योग के लिए आर्थिक रूप से व्यवहार्य है।

उन्होंने कहा कि प्राकृतिक गैस भी आदर्श है क्योंकि यह एक स्वच्छ जीवाश्म ईंधन है और कोई प्रदूषण का कारण नहीं बनता है। इस गैस से सल्फर उत्सर्जन नहीं होने और कॉम्पैक्ट संयंत्र के आकार के लिए यह बेहतर विकल्प है।

पूरे विश्वास के साथ कुमार ने कहा कि गेल केवल गिलोठ में गैस ग्रिड की स्थापना के लिए केवल भूमि और पर्यावरण मंजूरी की आवश्यकता होगी।

कुमार ने भी राजस्थान में मौजूदा पाइपलाइन नेटवर्क के बारे में संक्षिप्त जानकारी देते हुए कहां कि विजयपुर – बोरेली – गडेपान नेटवर्क को कोटा तक विस्तृत किया जाएगा। इसके बाद इसे चित्तौडग़ढ़ और भीलवाड़ा के लिए बढ़ाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि गेल ने राजस्थान सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं इसके तहत भूमिगत कोयला गैसीकरण की एक पायलट परियोजना (सीबीएम) की स्थापना  बाड़मेर में की जाएगीं। उन्होंने यह भी बताया कि गेल जैसलमेर रामगढ़ में एक पांच मेगावॉट का सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित कर रहा है।

रीको के प्रबंध निदेशक नवीन महाजन ने सम्मेलन में कहा कि राजस्थान सिरेमिक एंड ग्लास उद्योग के लिए बुनियादी खनिजों के प्रमुख उत्पादक है। राज्य सरकार राज्य को सिरेमिक एंड ग्लास हब बनाने के लिए गिलोठ में प्रमुख राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय उद्यमियों से निवेश आकर्षित करने की तैयारी है।

महाजन ने कहा कि प्रस्तावित हब के लिए पर्यावरण मंजूरी की प्रक्रिया चल रही है और यह प्रक्रिया अगले दो से तीन महीनों में पूरी हो जाएगी। मंजूरी प्राप्त करने के बाद  रीको औपचारिक रूप से सिरेमिक एंड ग्लास हब स्थापना की घोषणा कर प्रस्तावित हब के लिए भूमि आवंटन के लिए आवेदन आमंत्रित करेगा।

उन्होंने कहा कि गिलोठ में भूमि के लिए आधार मूल्य 2500 रुपये प्रति मीटर निर्धारित है। लेकिन वहाँ बड़े निवेश पर आधार मूल्य में छूट संभावित है। उन्होंने कहा कि उच्च छूट के आधार पर कम से कम 1700  रुपये प्रति मीटर में भूखंड उपलब्ध होगा। लेकिन अधिकतम सीमा 25 प्रतिशत होगी।

औद्योगिक संवर्धन ब्यूरो (बीआईपी) के सिद्धार्थ महाजन ने राज्य में सिरेमिक एंड ग्लास उद्योग के परिदृश्य पर एक प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि राज्य में उद्योग के लिए सभी बुनियादी खनिजों का उत्पादन है। वर्तमान में बीकानेर राज्य के सिरेमिक के केंद्र है।  उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को अहसास हो गया है कि सिरेमिक के लिए खनिजों के मूल निर्माता और कांच के रूप में राज्य को हब विकसित करने के लिए ध्यान आकर्षित करना चाहिए।

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