ग्रामीण विकास इनिशिएटिव परियोजना लांच

ग्रामीण विकास इनिशिएटिव परियोजना लांच

जयपुर, 30 मई। उद्योग आयुक्त एवं सचिव सीएसआर कुंजी लाल मीणा ने एसएपी लैब्स इण्डिया के प्रबंध निदेशक दिलीप कुमार खण्डेलवाल के साथ मंगलवार को उद्योग भवन में राज्य में सीएसआर गतिविधि को बढ़ावा देते हुए आईटी सॉल्यूशन कंपनी एसएपी के सहयोग सेगुणवत्तापूर्णशिक्षा, कौशल विकास, सुरक्षित पेयजल और स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण गतिविधियों के संचालन की ग्रामीण विकास इनिशिएटिव परियोजना की लॉचिंग की। देश की जानी मानी आईटी सॉल्यूशन कंपनी एसएपी की इस सीएसआर गतिविधि से भरतपुर जिले के 30 गांवों के लगभग 60 हजार लोग लाभांवित होंगे।

सीएसआर सचिव कुंजी लाल मीणा ने बताया कि इस समय प्रदेश में कारपोरेट सोशियल रेस्पांसब्लिटी के तहत 103 कंपनियों के सहयोग से 422 परियोजनाओं का संचालन किया जा रहा है। प्रदेश में कार्यरत उद्योगों द्वारा सर्वाधिक 101 परियोजनाएं स्वास्थ्य सुरक्षा, भूख व गरीबी उन्मूलन जैसी गतिविधियोें के लिए संचालित की जा रही है। कारपोरेट सामाजिक दायित्व के तहत ही शैक्षिक गतिविधियों के लिए 86 परियोजनाएं संचालित हो रही है। इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण, सामुदायिक विकास, जल संरक्षण, स्वच्छ भारत अभियान, रोेजगार व कौशल विकास, खेल विकास, पुरा संपदा संरक्षण, कला एवं संस्कृति सहित अन्य सीधे आम आदमी से जुड़ी गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना में भी सीएसआर गतिविधियाें का प्रमुखता से संचालन हो रहा है इसमें एसएपी भागीदारी की भी पहल करे।

मीणा ने देश की जानी मानी और बैंगलोर बेस्ड कंपनी एसएपी द्वारा प्रदेश में सीएसआर गतिविधि संचालन के लिए आभार व्यक्त करते हुए प्रदेश के अन्य जिलों में भी इन गतिविधियों को विस्तारित करने का आग्रह किया। उन्होंने प्रदेश में बच्चों के लिए इन्टरेक्टिव क्लासरुम विकसित करने और दसवीं से बारहवीं तक के बच्चों के लिए आवश्यकतानुसार आसानी से अंगे्रजी, विज्ञान औरगणितसीखने का सॉफ्टवेयर तैयार कर उपलब्ध कराने का सुझाव दिया।

एसएपी लेब्स इण्डिया के प्रबंध निदेशक एवं कार्यकारी उपाध्यक्ष इन्टरप्राइज क्लाउड सर्विसेज दिलीप कुमार खण्डेलवाल ने बताया कि कंपनी द्वारा राजस्थान सीएसआर विभाग के समन्वय और निर्देशन में होप फाउण्डेशन के माध्यम से सीएसआर गतिविधि का संचालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राजस्थान में सीएसआर गतिविधि के पहले चरण में भरतपुर जिले के महला, जाटोली, पीपला और हातौन पंचायतों के 30 गांवों के 2 हजार बच्चों कोगुणवत्तापूर्णशिक्षा, 2600 युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण से स्वरोजगार के योग्य बनाने, इन गांवों में सुरक्षित पेयजल और 1700 नागरिकों के लिए शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

एसएपी एमडी खण्डेलवाल ने बताया कि इसके लिए 33 ग्राम पंचायतों में एक-एक सामुदायिक केन्द्र स्थापित कर वाईफाई सुविधा, लेपटॉप से सुसज्जित एवं कुशल प्रशिक्षकोें द्वारा कम्यूटर साक्षरता व सरकार की डिजीटल सेवाओं के उपयोग की प्रभावी जानकारी भी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि आगामी 3 से 5 वर्षों में इन सीएसआर गतिविधियों को देश के 100 गांवों में विस्तारित किया जाएगा।

इस अवसर पर सीएसआर प्रभारी संजीव सक्सैना और पीआर शर्मा ने राज्य की सीएसआर गतिविधियों की जानकारी दी तथा एसएपी के प्रतिनिधियों ने वीडियो प्रजेन्टेशन के माध्यम से कार्य प्रणाली का प्रस्तुतीकरण दिया।

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