जयपुर, 30 मई। केन्द्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेन्द्र सिंह ने कहा है कि किसान को अगर तरक्की के रास्ते पर जाना है तो उसे कृषि की नवीन तकनीक को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि ड्रिप व फव्वारा पद्धति से उत्पादन में कई गुणा बढ़ोतरी की जा सकती है। उन्होंने मॉरीशस का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां के किसान गन्ने की फसल में भी ड्रिप सिंचाई करते हैं।
केन्द्रीय मंत्री ने सोमवार को श्रीगंगानगर जिले के एक दिवसीय दौरे के दौरान आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा कि वर्तमान केन्द्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिये विभिन्न पहलुओं पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पानी की समस्या का स्थाई समाधान करने के लिये केन्द्र सरकार भारत-पाकिस्तान के जल समझौते का अध्ययन कर रही है, जो पानी पाकिस्तान से होते हुए समुद्र में पहुंचता है, उस पानी को हरियाणा, पंजाब तथा राजस्थान के किसानों को दिया जायेगा।
उन्होंने स्वामीनाथन रिपोर्ट के बारे में भी चर्चा की तथा बीबीएमबी में राजस्थान को प्रतिनिधित्व दिलाने और श्रीगंगानगर जिले में फ्रूट प्रोसेसिंग यूनिट (किन्नू) प्लांट स्थापित करने का सुझाव दिया।