युवा प्रकाशकों ने लॉन्च की युवा लेखकों की पुस्तकें,’लिटिल लखनऊ’ और ‘सारे जहां से अच्छा’ का विमोचन
By admin - Wed Jul 25, 10:53 pm
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जयपुर, 25 जुलाई।
दो युवा लेखकों की पुस्तकों का आज यहां गुलाबी नगर में विमोचन हुआ। पारलैंस पब्लिशर की ओर से आयोजित समारोह में अंग्रेजी नॉवल ‘लिटिल लखनऊ’ और हिन्दी पुस्तक ‘सारे जहां से अच्छा का साहित्य, कला जगत की हस्तियों के बीच विमोचन किया गया। ‘लिटिल लखनऊ’ एक प्रेम कहानी है वहीं, ‘सारे जहां से अच्छा’ में स्कूलों में बच्चों के खेले जाने वाले दस नाटकों को समाहित किया गया है।
यहां सीस्कीम स्थित होटल वेस्टा मोर्या पैलेस में हुए समारोह में वरिष्ठ रंगकर्मी सरताज नारायण माथुर ने नाट्य संग्रह ‘सारे जहां से अच्छा’ का विमोचन किया। माथुर ने इस अवसर पर कहा कि जयपुर में अब चिल्ड्रन थिएटर पर खासा काम हो रहा है। अमित की यह पुस्तक बच्चों और थिएटर के लिए अच्छा तोहफा कही जा सकती है। वहीं मनिपाल यूनिवर्सिटी के ब्रिगेडियर प्रदीप सिवाच (रिटायर) ने ‘लिटिल लखनऊ’ का विमोचन किया। सिवाच ने कहा कि इससे पहले भी नित्य प्रकाश बेस्ट सेलर्स नावल पाठकों को दे चुके हैं। उम्मीद है ये भी उसी श्रेणी में शामिल होगा।
इस मौके पर ‘लिटिल लखनऊ’ के लेखक नित्य प्रकाश ने नॉवल के बारे में बताया। उन्होंने कम उम्र में ही लेखन में किस तरह से रुझान हुआ और फिर लेखक के जरिए ही पहले बॉलीवुड और अब हॉलीवुड तक जगह कैसे बनाई, इसकी कहानी सुनाई। ‘सारे जहां से अच्छा’ के लेखक अमित शर्मा ने इस अवसर पर समारोह में मौजूद लोगों को बताया कि किस तरह से रंगमंच ने उनकी जिंदगी बदल दी। वो जयपुर में जवाहर कला केन्द्र से अभिनय करते हुए कब यूरोप पहुंच गए, उन्हें पता ही नहीं चला। आज जिन्दगी के हर मोड़ पर रंगमंच काम आ रहा है। उन्होंने अपील की कि हर मां बाप अपने बच्चों को कोई न कोई परफोरमिंग आर्ट जरूर सिखाएं।
‘सारे जहां से अच्छा’ में शामिल नाटक ‘अण्णा के अनशन’ की कुछ झलकियां इस अवसर पर प्रस्तुत की गई। सेंट जेवियर्स के बच्चों ने इसे प्रस्तुत किया। हाल ही में ये नाटक सेंट जेवियर्स स्कूल के ड्रामा कॉम्पिटिशन में फस्र्ट रहा था। अब जब दिल्ली में टीम अण्णा के सदस्य अनशन पर बैठे हैं और जयपुर में भी उनका समर्थन हो रहा है, ऐसे में इस नाटक की झलकियां दर्शकों को भ्रष्टाचार के प्रति जागृत होने के लिए कुरेदती नजर आईं।
पारलैंस पब्लिकेशन के डारेक्टर अमन, पंकज और रितेश ने आभार ज्ञापन किया। गौरतलब है कि प्रकाशन व्यवसाय में अनुभवी लोग ही कदम रखते हैं जबकि ये तीनों ही 21-22 साल के युवा हैं। इनके पब्लिकेशन का यह पहला प्रकाशन था। तीनों ने भविष्य में भी युवा लेखकों की पुस्तकें प्रकाशित करने की बात समारोह में कही।
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