बहाईयों ने प्रार्थना सभा का आयोजन किया

धार्मिक विश्वास ही इनका गुनाह

जयपुर: नई दिल्ली, नेपाल, पंजाब और हरियाणा के बहाईयों ने रविवार को दिल्ली स्थित बहाई उपासना गृह में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया तत्पश्चात ईरान में 7 बहाई नेताओं (यारान) को अन्यायपूर्ण तरीके से विगत 9 वर्षों से कारावास में रखने व उनके साथ घटित हुई घटनाओं को याद किया गया, जिन्हें सिर्फ धार्मिक विश्वास के कारण 9 सालों से कैद में रखा गया है।

बहाई अंतराष्ट्रीय समुदाय द्बारा शुरू की गई

9वीं वर्षगांठ के अवसर पर बहाईयों ने टी-शर्ट और टोपी पहन रखी थी जिस पर ‘नॉट अनादर ईयर’ और रिलीज बहा-7 जैसे अभियान का लोगो और संदेश था। इस अभियान में 6 सौ से अधिक बच्चे, युवाओं और वयस्कों तथा लगभग 5००० आगंतुकों ने हजारों गुब्बारे को हवा में छोड़ स्वतंत्रता, न्याय और शांतिपूर्ण सह अस्तित्व की शुरुआत के रूप में एक प्रतिकात्मक कार्य का संदेश दिया।

बहाई अंतराष्ट्रीय समुदाय द्बारा शुरू की गई ‘नॉट अनादर ईयर’ के लिए वैश्विक अभियान के समर्थन में जुटा है।
9 वर्षो से 7 बहाई धर्मावलम्बी अमानवीयता के शिकारगौरतलब हो कि ईरान के कानून के मुताबिक किसी को भी 2० दिन से अधिक बिना कानूनी प्रक्रिया के प्रारम्भ किए बन्दी नहीं बनाया जा सकता परन्तु इन सात प्रमुख बहाइयों में से एक को 175 दिन और शेष को 1०5 दिनों तक बिना किसी वजह के जेल में रखा गया और कोई कानूनी प्रक्रिया प्रारम्भ नहीं की गई। इसी प्रकार अन्तर्राष्ट्रीय संविदा में धारा 9 के मुताबिक किसी को भी मनमानी तरीके से कैद में नहीं रखा जा सकता परन्तु इन सात प्रमुख बहाई को संयुक्त राष्ट्र संघ के दबाव के बावजूद रिहा नहीं किया जा रहा है।

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