अलगावादी नेताओं पर कश्मीर के नाम पर हर साल 500 करोड़ खर्च होते हैं !

National Desk कश्मीरी अलगावादी नेताओं पर सालाना 500 करोड़ खर्च केवल ऐशो आराम पर खर्च हो रहे है। भारतीय संविधान की आ़ड़ में फायदा उठाने वाले अलगाववादी  भारत को ही ऑख दिखा रहे हैं। जम्मू कश्मीर सरकार की रिपोर्ट बताती है कि कट्टरपंथी नेताओं पर हर साल 500 करोड़ रुपए खर्च होते हैं। इस खर्च में अकेले 100 करोड़ अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा,सुविधाओं पर खर्च हो रहे हैं। इनमें से कुछ अलगाववादी का घर सरकारी पैसे से चलता हैं जिसमें पैंशन,परिवार के साथ घुमने फिरने, महीनों तक परिवार के साथ होटलो में ठहरते  हैं। इस रकम का 90 फीसदी हिस्सा केन्द्र सरकार देती है जबकि 10 फीसदी राज्य सरकार ही शेयर करती हैं।

अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा पर खर्च

राज्य सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले पांच सालो में कश्मीर के अलगाववादी नेताओ पर 309 करोड़ उनकी सुरक्षा पर खर्च हुए हैं। वर्ष 2010 से 2016 तक 150 करोड़ रुपए निजी सुरक्षा गार्ड यानी पीएसओ के वेतन पर खर्च हुए हैं। पांच साल में यह खर्च कुल जम्मू कश्मीर के कुल वार्षिक बजट से ज्यादा हैं। जम्मू कश्मीर का स्टेट बजट 484 करोड़ के आसपास हैं। कई नेताओ को जैड़ सिक्यूरिटी मिल रही हैं। इसके अलावा 900 पुलिस कर्मी अलगाववादियों की सुरक्षा पर तैनाती में व्यस्त रहते हैं। , यासीन मलिक ,अली शाह गिलानी ,मीर वाइज ,उमर फारुख जैसे कट्टरपंथियों को आम लोगों के पैसे से जेड सिक्युरिटी मिलती रही है। सरकार अब ये फैसिलिटी भी इनसे छीन सकती है।

अलगाववादी नेताओं पर सालाना 500 करोड़ खर्च

अलगाववादी नेताओं पर हर साल 500 करोड़ से ज्यादा होता हैं इस खर्च का ज्यादातर हिस्सा केन्द्र सरकार वहन करती हैं। इनपर सरकारी मद में पॉलिटिकल एक्टिविस्ट यानि राजनीतिक कार्यकर्ता के रुप में सरकारी खजाना लुटाया जाता हैं। अलगाववदियों के लिए कश्मीर घाटी में ही 500 होटलो के कमरे रखने पडडे हैं कारण इनकी सुरक्षा के लिए यह जरुरी माना गया हैं। एक अखबार की रिपोर्ट के अनुसार गाड़ियों के डीजल खर्च ही करोड़ों रुपए फूंके गए। इन नेताओ को परिवार समेत कड़ी सुरक्षा में घूमने का शौक हैं और हर साल लगभग 5 करोड़ से ज्यादा केवल डीजल पर खर्च हो रहा हैं। वर्ष 2010 से 26.43 करोड़ सरकारी पैस केवल ईंधन के रुप में बर्बाद कर चूके हैं।

अलगाववादी नेताओं की विदेश यात्राए पर करोड़ो खर्च

केन्द्र सरकार अलगाववादियों को मिले विशेष पासपोर्ट रद्द करने की तैयारी में हैं। अलगाववादी आसानी से सरकारी खर्च पर विदेश यात्राए करते आए हैं। इनमें पाकिस्तान की यात्राए भी शामिल हैं। सरकार अब इनके पासपोर्ट रद्द करने की तैयारी में है जिससे ना केवल इन्हे ट्रैवल डॉक्यूमेंट्स मिलने में दिक्कत होगी बल्कि इन्हे विदेश जाने के लिए लम्बी चौ़ड़ी प्रक्रिया से गुजरना होगा।

अलगाववादी नेताओं के बच्चें विदेशो में पढते है

केन्द्र सरकार कई नेताओं के बैंक अकाउंट्स की जांच कर रही हैं। नेताओ और उनके रिश्तेदारों के नाम पर कश्मीर में ही नही विदेशो में भी अकाऊंट खुले हुए हैं। सूत्रों के अनुसार इन अकाउंट में भारी मात्रा में पैसो का ट्राजेक्शन्स होने के सबूत मिले हैं,जांच एजेन्सियों की दिलचस्पी यह जानने में है कि आखिरकार नेताओ के रिश्तेदारों का खर्च कौन और क्यो उठा रहा हैं।

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