क्या बिहार विधानसभा चुनाव नही लडेगें नीतीश,मोदी,राब़डी ?
क्या बिहार विधानसभा चुनाव नही लडेगें नीतीश,मोदी,लालू-राब़डी ?
पटना इस साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में प्रमुख राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारक चुनावी अखाड़े में नहीं होंगे। इनमें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद अदालती कारणों से चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विधान परिषद सदस्य होने के नाते उनका भी विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना कम ही है।विधान परिषद का सदस्य होने के कारण ही भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी और राजद की राबड़ी देवी भी चुनाव नहीं लड़ेंगी। गौरतलब है कि ये नेता अपने-अपने दल के स्टार प्रचारक हैं। चुनाव में ये सभी अपने-अपने दल के उम्मीदवारों को जिताने के लिए तो पसीना बहाएंगे मगर खुद चुनावी जंग से बाहर रहेंगे।
चुनाव आयोग ने सितम्बर-अक्टूबर में राज्य में चुनाव कराने का संकेत दिया है। जनता पर किसका कितना असर है यह चुनाव नतीजों से तय होगा।राज्यसभा सदस्य होने के नाते जदयू के तीन प्रमुख नेता- राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव, प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह और राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह भी रणनीतिकार और स्टार प्रचार की ही भूमिका में दिखेंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी विधान परिषद के सदस्य हैं। इस वजह से इन दोनों के भी चुनाव लड़ने की उम्मीद नहीं है।
अलबत्ता राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचन्द्र पूर्वे जरूर सीतामढ़ी के परिहार विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का मन बनाए हुए हैं। वैसे श्री पूर्वे यह कहना नहीं भूलते कि पार्टी आलाकमान की सहमति बनी तभी वे ताल ठोक सकेंगे। कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह के बारे में भी साफ नहीं है कि इस बार वह चुनाव लडेंगे या नहीं। पिछली बार विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने जरूर कहा था यह उनका आखिरी चुनाव है।