आसिया कप 2025 में हरिस राउफ का विराट कोहली चीत्कार पर प्रतिक्रिया, वायरल हुआ वीडियो

आसिया कप 2025 में हरिस राउफ का विराट कोहली चीत्कार पर प्रतिक्रिया, वायरल हुआ वीडियो

कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में 15 सितंबर, 2025 को खेले गए भारत बनाम पाकिस्तान के आसिया कप 2025 के मुकाबले के दौरान, पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हरिस राउफ ने भारतीय दर्शकों के विराट कोहली के नाम के चीत्कार पर एक विवादास्पद प्रतिक्रिया दी, जिसने सोशल मीडिया पर भीषण तूफान ला दिया। वीडियो में दिख रहा है कि जब विराट कोहली ने एक चौका मारा, तो राउफ ने दर्शकों की ओर अपना सिर हिलाया और असहमति का इशारा किया — जैसे कोई खिलाड़ी अपनी टीम के नुकसान के बाद अपनी निराशा को दबाने की कोशिश कर रहा हो। यह घटना जब एक 12 सेकंड का क्लिप रोहन मेहता के @CricketFanatic_ अकाउंट से 15 सितंबर को 3:47 बजे (श्रीलंका समय) अपलोड किया गया, तो 17 सितंबर तक इसके 47 लाख से अधिक व्यूज हो चुके थे।

चीत्कार या अपमान? खेल की सीमाएँ

भारतीय दर्शकों का विराट कोहली के नाम का चीत्कार कोई नया मामला नहीं। उनके 50 अंतरराष्ट्रीय शतकों के कारण, उनका नाम दुनिया भर के मैदानों पर गूंजता है। लेकिन पाकिस्तान के लिए, यह चीत्कार अक्सर एक राष्ट्रीय अपमान की भावना को जगाता है। विशेषकर जब कोहली ने 28 फरवरी, 2025 को लाहौर में आयोजित ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में 87 गेंदों में 102 रन बनाकर पाकिस्तान को 6 विकेट से हराया था — जिसकी वीडियो 5.92 लाख बार देखी गई। उस दिन के बाद से, पाकिस्तानी मीडिया ने कोहली के बल्लेबाजी को उनके देश के दिग्गजों जैसे बाबर आजम या इमाम-उल-हक से तुलना करना शुरू कर दिया।

लेकिन राउफ की प्रतिक्रिया ने इस भावनात्मक तनाव को एक नए स्तर पर ले जा दिया। उन्होंने एक बार फिर अपनी भावनाओं को नियंत्रित नहीं किया — जैसा कि 2022 टी20 विश्व कप में भी किया था, जब उन्होंने कोहली के आउट होने पर बहुत जोश से जश्न मनाया था। इस बार भी वही नमूना दोहराया गया। लेकिन इस बार वह नाराज़गी के बजाय अपनी टीम के नुकसान के लिए दर्शकों को दोष दे रहे थे।

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की प्रतिक्रिया

इस घटना के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के संचार प्रमुख नवीद अकरम ने एक बयान जारी किया: "अनुभवी खिलाड़ियों जैसे हरिस की ऐसी भावनात्मक प्रतिक्रियाएँ हमारे खेल के नैतिक मानकों के लिए बुरा उदाहरण हैं।" यह बयान अप्रत्याशित नहीं था। पाकिस्तान में खेल के क्षेत्र में भावनात्मक व्यवहार के खिलाफ लगातार आवाज़ें उठ रही हैं — खासकर जब खिलाड़ी अपनी टीम की हार का दोष दर्शकों या विरोधी टीम के नाम पर चढ़ा देते हैं।

इसके बीच, भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड के संचार निदेशक शांति मिश्रा ने कहा, "कोहली की इस तरह की चुनौतियों के बीच भी अपनी फोकस बनाए रखने की क्षमता भारतीय क्रिकेट की मानसिक शक्ति का प्रतीक है।" यह बयान एक अलग तरह की भावना को दर्शाता है — एक ऐसी भावना जो शांति और आत्म-नियंत्रण को खेल के नैतिक मानक बनाती है।

आईसीसी की संभावित कार्रवाई

आईसीसी की संभावित कार्रवाई

अब इस मामले पर निर्णय लेने का बोझ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के कार्यवाही विभाग पर है। आईसीसी के निरीक्षक डेविड बून ने 16 सितंबर को कोलंबो में पुष्टि की कि राउफ के व्यवहार को आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट की धारा 2.1.7 के तहत "अंपायर के निर्णय के प्रति असहमति दर्शाने" के रूप में देखा जा सकता है। इसके लिए उन्हें मैच फीस का 25% जुर्माना लग सकता है — जो लगभग 15,000 डॉलर के बराबर है।

हालांकि, कोई तुरंत अनुशासनात्मक सुनवाई की तारीख नहीं तय की गई है। अगली समीक्षा बैठक 3-5 दिसंबर, 2025 को दुबई में होगी। इस बीच, राउफ को अगले मैच में खेलने की अनुमति दे दी गई है। लेकिन उनकी छवि पर नुकसान अब बहुत गहरा हो चुका है।

खेल की भावनात्मक गहराई: दो देश, एक खिलाड़ी

इस घटना का असली अर्थ केवल एक खिलाड़ी की गलती या दर्शकों की अतिक्रमण नहीं है। यह एक ऐसे संस्कृति का प्रतिबिंब है, जहां एक व्यक्ति — विराट कोहली — अब एक राष्ट्रीय प्रतीक से आगे बढ़कर एक अंतरराष्ट्रीय आइकॉन बन चुका है।

एस्पीएनक्रिकइनफो के संपादक संबित बाल ने कहा, "राउफ की प्रतिक्रिया अनुशासनहीन है, लेकिन इसकी जड़ पाकिस्तान के भारत के खिलाफ 2021 के बाद से चल रहे 1-4 के हार के रिकॉर्ड में है।" द डॉन के लेखक उसमान समीउद्दीन ने लिखा, "कोहली के नाम के चीत्कार का घटनाक्रम यह दर्शाता है कि आधुनिक क्रिकेट में व्यक्तिगत प्रतिभा राष्ट्रीय सीमाओं को पार कर जाती है।"

यह बात विशेष रूप से तब अहम हो जाती है जब पाकिस्तानी फैन्स भी कोहली के बल्लेबाजी को देखकर उनकी तारीफ करते हैं — जैसा कि कराची की सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ज़ारा खान और लाहौर की अयशा मलिक ने जनवरी 2025 में भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के मैच के बाद किया था। उन्होंने कोहली के स्ट्रोक प्ले को अहमद शाह अब्बासी या इमरान खान के साथ तुलना की थी।

भविष्य क्या है?

भविष्य क्या है?

अगले कुछ महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या आईसीसी खिलाड़ियों के व्यवहार के लिए नए दिशानिर्देश जारी करता है — खासकर दर्शकों के चीत्कार और खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया के बीच की सीमा के बारे में। क्या कोहली के नाम का चीत्कार अब एक नियमित भाग बन जाएगा? या फिर दोनों टीमों के बीच एक अनौपचारिक समझ होगी?

एक बात तो बेहद स्पष्ट है — आज का क्रिकेट बस बल्ले और गेंद का खेल नहीं रहा। यह भावनाओं, इतिहास और सांस्कृतिक पहचान का भी खेल बन चुका है। और जब ये भावनाएँ बहुत तेज हो जाती हैं, तो एक चीत्कार भी एक युद्ध का कारण बन सकता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

हरिस राउफ को क्या दंड मिल सकता है?

आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट की धारा 2.1.7 के तहत, राउफ को मैच फीस का 25% जुर्माना लग सकता है, जो लगभग 15,000 डॉलर के बराबर है। यह दंड उनके अंपायर के निर्णय के प्रति असहमति दर्शाने के लिए लगाया जा सकता है। अभी कोई सुनवाई नहीं हुई है, लेकिन दिसंबर 2025 में होने वाली आईसीसी बैठक में इस मामले की समीक्षा की जा सकती है।

विराट कोहली के नाम के चीत्कार का इतिहास क्या है?

कोहली के नाम का चीत्कार दुनिया भर के मैदानों पर अब एक सामान्य घटना है — खासकर पाकिस्तान के खिलाफ मैचों में। उनके 50 अंतरराष्ट्रीय शतकों के कारण, यह चीत्कार उनकी बल्लेबाजी की शक्ति का सम्मान है। लेकिन पाकिस्तान के लिए, यह अक्सर एक राष्ट्रीय अपमान की भावना जगाता है, खासकर जब वह उनके खिलाफ जीत दर्ज करता है।

क्या यह घटना क्रिकेट के नैतिक मानकों को प्रभावित करेगी?

हाँ। यह घटना खिलाड़ियों के व्यवहार और दर्शकों की भावनाओं के बीच की सीमा के बारे में एक बड़ी बहस शुरू कर दी है। एस्पीएनक्रिकइनफो और द डॉन जैसे विश्लेषकों ने कहा है कि आधुनिक क्रिकेट में व्यक्तिगत आइकॉन राष्ट्रीय सीमाओं को पार कर जाते हैं। यह एक नए नैतिक ढांचे की आवश्यकता को दर्शाता है।

पाकिस्तानी मीडिया ने कोहली के बल्लेबाजी के बारे में क्या कहा है?

पाकिस्तानी मीडिया ने कोहली के बल्लेबाजी को अक्सर अपने दिग्गजों जैसे बाबर आजम या इमरान खान के साथ तुलना की है। जनवरी 2025 में भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के मैच के बाद, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ज़ारा खान और अयशा मलिक ने उनके स्ट्रोक प्ले की तारीफ की थी — जिससे साफ होता है कि उनकी प्रतिभा पाकिस्तानी फैन्स के दिलों में भी जगह बना रही है।

क्या यह घटना भारत-पाकिस्तान रिश्तों को प्रभावित करेगी?

क्रिकेट के माध्यम से यह घटना दोनों देशों के बीच भावनात्मक तनाव को दर्शाती है, लेकिन राजनीतिक संबंधों को प्रभावित नहीं करेगी। यह एक खेल का मामला है, जहां दर्शकों की भावनाएँ अक्सर राष्ट्रीय गर्व और निराशा को दर्शाती हैं। हालांकि, यह खेल के नैतिक मानकों पर बहस को बढ़ाता है।

इस वीडियो को किसने शुरू किया और कितने लोगों ने देखा?

यह वीडियो भारतीय फैन रोहन मेहता के @CricketFanatic_ अकाउंट से 15 सितंबर, 2025 को 3:47 बजे (श्रीलंका समय) अपलोड किया गया था। इसके 4.7 मिलियन से अधिक व्यूज 17 सितंबर तक हो चुके थे, और #HarisRauf ट्रेंडिंग टैग 87 देशों में 1.2 मिलियन बार उपयोग किया गया।