जयपुर। सूरत के तक्षशिला कॉम्पलेक्स में संचालित कोचिंग सेन्टर मेंं आगजनी की दुर्घटना के मध्य नजर नगर निगम जयपुर ऎसी घटनाओं से बचाव सम्बंधी मापदण्डों को जांचने के लिय सोमवार 27 मई से शहर में निरीक्षण अभियान शुरू करेगा। सूरत में हुई दुर्घटना में करीब 20 छात्र-छात्राओं की जानें जा चुकी हैं तथा इस घटना में प्रथम दृष्टया सूरत नगर निगम की लापरवाही सामने आई है।
नगर निगम जयपुर के आयुक्त विजय पाल सिंह द्वारा उपायुक्त सतर्कता राजीव दत्ता के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई जिसमें जहां-जहां कोचिंग सेन्टर संचालित किये जा रहे हैं उस क्षेत्र के राजस्व अधिकारी, अधिशाषी अभियन्ता अग्निशमन अधिकारी तथा यातायात पुलिस के सदस्य शामिल होंगे।
सोमवार से लगातार कोचिंग सेन्टराें में जाकर फायर अनापति प्रमाण पत्र, भवन में व्यावसायिक गतिविधि स्वीकृति, यातायात अनापत्ति प्रमाण पत्र आदि की जांच की जायेगी। साथ ही मौके पर ही कोचिंग ले रहे छात्र-छात्राओं को फायर ड्रिल (निकासी द्वार, फायर फाईटिंग सिस्टम) आदि की जानकारी देते हुये बचाव के समस्त उपाय निर्धारित मापदण्ड के अनुसार बताये जायेंगे। फायर एवं व्यावसायिक गतिविधियों की स्वीकृति नहीं पाये जाने पर कोचिंग संचालको के विरूद्व प्रभावी कानूनी कार्यवाही की जायेगी। समय सीमा की कमी पर निश्चित अवधि का नोटिस दिया जायेगा तथा समय सीमा में पूर्ति नहीं होने पर कोचिंग सेन्टर सीज कर दिया जायेगा। इसके साथ ही कोचिंग सेन्टरों के बाहर होने वाले अस्थाई अतिक्रमणों, पाकिर्ंग की समस्याओं का निराकरण भी किया जायेगा।