जयपुर। पर्यटन एवं देवस्थान मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने रविवार शाम नाथद्वारा में पर्यटन विकास से संबंधित गतिविधियों का अवलोकन किया और प्रभु श्रीनाथजी के दर्शन किए।
पर्यटन एवं देवस्थान मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने नाथद्वारा में पर्यटन विकास की दृष्टि से कराए जा रहे कायोर्ं के अन्तर्गत कृष्णा सर्किट के कायोर्ं का अवलोकन किया और इसे पूर्ण करने के लिए कामों की रफ्तार बढ़ाने के निर्देश दिए। पर्यटन विभाग की संयुक्त निदेशक सुमिता सरोच, उप निदेशक शिखा सक्सेना एवं आर्किटेक्ट पूर्णिमा ने पर्यटन मंत्री को कृष्णा सर्किट से संबंधित कायोर्ं का अवलोकन कराया। पर्यटन मंत्री ने कहा कि जो भी काम हाथ में लिए गए हैं उन्हें शीघ्र पूर्ण किए जाने की ओर ध्यान दिया जाना चाहिए।
पर्यटन मंत्री द्वारा अवलोकन के समय नाथद्वारा मन्दिर मण्डल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जितेन्द्र ओझा ने सुझाव दिया कि कृष्णा सर्किट के कायोर्ं से शेष रह जाने वाली राशि मन्दिर मण्डल को हस्तान्तरित की जाए तो श्रीनाथजी मन्दिर परिक्रमा क्षेत्र को और अधिक सुव्यवस्थित स्वरूप दिया जा सकता है। इस पर पर्यटन मंत्री ने प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए और कहा कि इस बारे में केन्द्र सरकार के स्तर पर चर्चा की जाएगी।
इस दौरान उपखण्ड अधिकारी निशा, पर्यटन एवं देवस्थान मंत्री के विशेषाधिकारी प्रवीण कुमार, सहायक पर्यटन अधिकारी सुजीत कुमार, जितेन्द्र माली सहित प्रशासन एवं पर्यटन तथा मन्दिर मण्डल से संबंधित अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित थे।
गोकुल में माँसाहार एवं शराब का प्रयोग बंद
कृष्णा सर्किट निरीक्षण के दौरान श्रद्धालुओं ने आरटीडीसी की होटल गोकुल के रंगरोगन और आकर्षक बनाने के बारे में चर्चा करते हुए साथ ही इसमें शराब और माँसाहार परोसे जाने से संबंधित जानकारी दी व इसे अनुचित बताया। इस पर पर्यटन एवं देवस्थान मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रभुश्रीनाथजी की नगरी पावन धर्म नगरी है और इसमें इस तरह की स्थिति होना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि अब होटल गोकुल में माँसाहार एवं शराब परोसने का काम नहीं होगा। इसे बन्द करने के निर्देश दिए।