जयपुर के बच्चे,युवा ड्रग माफिया की चपेट में,पुलिस शक के घेरे में !

जयपुर के युवा और स्कुली बच्चे नशा करोबारियों के निशाने पर है। शहर की चार दीवारी क्षेत्र में धार्मिक स्थानो के आसपास ड्रग माफिया सक्रिय है। शहर के चार दीवारी क्षेत्र में सामाजिक कार्यो में सक्रिय संस्था सहयोग सेवा समिति के पदाधिकारियो ने आरोप लगाया है कि पुलिस की अनदेखी के चलते शहर के कई मुस्लिम इलाको के युवा और स्कुली बच्चो को नशेड़ी बनाए जाने में ड्रग माफिया काफी समय से सक्रिय है।

जयपुर में ड्रग माफिया के खिलाफ सहयोग सेवा समिति का जनजागृति अभियान

सहयोग सेवा समिति का नशे के खिलाफ जनजागृति अभियान

सहयोग सेवा समिति के प्रभारी इकबाल खान ने बताया कि उनकी संस्था अन्य सामाजिक संगठनो और इलाके के आमजन के साथ मिलकर युवाओ और बच्चो को नशे से दूर करने का बिड़ा उठाया है। उन्होने कहा कि जयपुर के गलता गेट थाना माणक चौक थाना,रामगंज थाना इलाको में खुलेआम नशा बाटने वाले घुम रहे है।

हाल ही में जयपुर के शास्त्री नगर थाना क्षेत्र में मासूम बच्ची के साथ हुई घटना के बाद से चार दिवारी क्षेत्र के कई थाना इलाको में इंटरनेट बंद है। ऐसे में पुलिस की नाकामी साफ दिखाई देने लगी है। बताया जा रहा है कि पुलिस नशे की गिरफ्त में आए बच्चो और युवाओ को फर्जी मुकदमे बनाकर परिजनो से पैसे वसुले जा रहे है।

जयपुर पुलिस शक के घेरे में

सामाजिक कार्यकर्ताओ का आरोप है कि पुलिस धार्मिक स्थलो के पास भिखारी,विकलांग,नशे के शिकार व्यक्तियों की जांच करे तो काफी हद तक ना केवल नशे के कारोबार में कमी आएगी बल्कि समाज में हो रहे बलात्कार,चोरी, मारपीट और अन्य अपराधो में कमी आ सकती है।सहयोग सहयोग सेवा समिति के नशे के खिलाफ जनजागृति कार्यक्रम में सैकड़ो स्थानीय आमजन ने हिस्सा लिया।

पुलिस अधिकारी और स्थानीय विधायक रहे नदारद

चार दरवाजा बारह बांस की पुलिया के पास अलमीन कॉन्प्लेक्स में हुए कार्यक्रम में संस्था की ओर से पुलिस के आला अधिकारी स्थानीय विधायको और अन्य जनप्रतिनिधियो को आमंत्रित किया गया था। लेकिन नशे के खिला जागरूकता अभियान में केवल राजस्थान सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी शामिल हुए। कार्यक्रम का आयोजन इकबाल खान ने स्थानीय प्रशासन और चुने हुए जनप्रतिनिधियों के रूख पर ऐतराज जताया है।

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