जयपुर । देश के सबसे बड़े भूभाग वाले राज्य राजस्थान में इलेक्ट्रिक कार अब सड़क पर दौडने लगी है। पहली कार मंगलवार शाम मुख्य सचिव डी बी गुप्ता को सौंपी गई। ईईएसएल कंपनी की तरफ से दो इलेक्ट्रॉनिक कारें सचिवालय में मुख्य सचिव के दैनिक कार्यो के लिए दी गई है।
कार को हरी झंडी दिखाने के बाद खुद चीफ सेक्रेटरी डीबी गुप्ता ने कार में बैठकर राउंड लिया और बाद में सचिवालय की पार्किंग में कार को इलेक्ट्रॉनिक चार्जिंग मशीन से रिचार्ज की प्रक्रिया भी जानी।
क्या खासियत है इलेक्ट्रिक कार की
टाटा और एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) के सहयोग से बनी इस कार की कीमत 11.5 लाख है। कम्पनी के प्रतिनिधियो ने बताया कि पौन घंटे रिचार्ज करने पर नोन एसी 120 किलोमीटर और एसी से 100 किलोमीटर दूरी तक कार चलेंगी।
इसका उद्देश्य सरकारी बेड़े में डीजल-पेट्रोल की कारों की बजाय इलेक्ट्रॉनिक प्रदूषण मुक्त कारों को बढ़ावा दिए जाने की कवायत के तौर पर देखा जा रहा है। हुए शामिल करने पर विचार चल रहा है। शासन सचिवालय में इलेक्टि्रक वाहनों (ईवी) के चार्जिंग स्टेशन भी लगाया गया है।
इसके पहले सीएस व अन्य अधिकारियो ने टाटा और ईईएसएल के सहयोग से बनी इलेक्ट्रिक कार को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर सीएस डीबी गुप्ता ने कहा कि इलेक्टि्रक वाहनों के शहरी कामकाज के तौर पर अच्छा विकल्प है और इसके प्रयोग से प्रदूषण कम करने और स्वच्छ एवं हरित वातावरण प्राप्त होगा।
उल्लेखनीय है कि एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) राज्य के विभिन्न विभागों के परस्पर सहयोग से इलेक्टि्रक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए सक्षम बुनियादी ढ़ाचा स्थापित करने का प्रयास कर रहा है। ईईएसएल ई-मोबिलिटी, सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने और किराये पर इलेक्टि्रक वाहनों को बढ़ावा देने का भी कार्य कर रहा है।
इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह राजीव स्वरूप, नगरीय विकास विभाग के प्रमुख सचिव भास्कर ए. सावंत, कार्मिक विभाग की प्रमुख सचिव रोली सिंह एवं स्वायत्त शासन विभाग के सचिव सिद्धार्थ महाजन सहित ईईएसएल के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।