कोटपुतली (महेशसिंह तंवर ) – मंगलवार रात 12 बजे कान्हा का जन्म होते ही संसार सागर में श्रद्धा की हिलोरें उठ गईं। मंदिर संग घरों से घण्टे-घड़ियाल के बीच जय कन्हैया लाल के सामूहिक स्वरों ने फिजाओं को अपने रंग में रंग लिया। झिलमिल विद्युत रोशनी के साथ ही नीलगगन भी नीली छतरी वाले के उत्सव के प्रकाश से प्रकाशित होता दिखाई दिया।कोटपुतली स्थित बड़ा मंदिर,हनुमान मंदिर सहित आसपास के ठाकुर जी मंदिरों में दिनभर कान्हा के भजन व जयकारों के साथ श्रद्धालुओं ने जन्माष्टमी मनाई ! श्रधालों ने दिनभर भगवान श्रीक्रष्ण का व्रत रखकर रात्रि 12 बजे के बाद कान्हा की प्रसादी लेकर व्रत खोला ! मंदिरों में ठाकुर जी लुभावनी व भाव विभोर झांकियां निकाली गई ! वहीं श्रधालों ने ठाकुर जी को विभिन्न प्रकार के केक व मिठाईयों का भोग लगाया !