वेदांता केयर्न क्रुड उत्पादन क्षेत्र लगे वाहन टैक्स चोरी के मामले में फंसे

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जयपुर । SDRI टीम द्वारा वेदांता .केयर्न इंडिया के क्रुड उत्पादन क्षेत्र MPT मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल पर केयर्न इंडिया के लिए कार्य करने वाली विभिन्न कम्पनियां की 694 वाहनों तथा राष्ट्रीय राजमार्ग 15 NHAI के निर्माण कार्य में लगी कम्पनियों द्वारा सड़क निर्माण के काम में लिये जा रहे 190 वाहनों के दस्तावेजों की जाँच की गई ।

SDRI और परिवहन विभाग द्वारा जोधपुर, बाड़मेर में व्यावसायिक वाहनों पर कार्यवाही
SDRI टीम द्वारा वेदांता .केयर्न इंडिया के क्रुड उत्पादन क्षेत्र MPT मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल पर केयर्न इंडिया के लिए कार्य करने वाली विभिन्न कम्पनियां की 694 वाहनों तथा राष्ट्रीय राजमार्ग 15 NHAI के निर्माण कार्य में लगी कम्पनियों द्वारा सड़क निर्माण के काम में लिये जा रहे 190 वाहनों के दस्तावेजों की जाँच की गई ।

कुल 884 वाहनों के दस्तावेजों की जांच

वेदांता .केयर्न इंडिया के क्रुड उत्पादन क्षेत्रद्ध बनिया सांडा धोरा व नागाणा स्थिति परिसरों व आस पास कवास, छीतर का पार, बांदरा, उत्तरलाई आदि स्थानों पर केयर्न इंडिया के लिए कार्य करने वाली कम्पनियों के वाहनों के दस्तावेजों की जांच की गई जिनमें दो वाहन अपंजिकृत संचालित होते पाये गयेए छः बड़ी क्रेने व एक रीच स्टेकर का निर्धारित कर से बहुत कम कर जमा होना पाया गया एवं 17 अन्य वाहन जैसे रिग मशीनए कांक्रिट पंपए ट्रक माउण्टेड क्रेनए टैंकरए पीकअप जो अन्य राज्यों में पंजीकृत मिले जिनका राजस्थान राज्य का कर जमा नहीं पाया गया ।इसके अलावा तीन बसें बिना कर चुकाये संचालित पायी गयी । यह कार्रवाई जिला परिवहन अधिकारी बाड़मेर के दो उड़नदस्तों के साथ मिलकर की गई । परिवहन उड़नदस्तों द्वारा सभी 29 वाहनों के विरूद्ध चालान बनाए गए तथा वाहनों को मौके पर निरोध किया गया ।

इसी तरह राष्ट्रीय राजमार्ग 15 पर जोधपुर जिले में बाप गांव से पोकरण तक चल रहे NHAI के निर्माण कार्य में लगी कम्पनियों की जांच के दौरान एक 150 टन क्षमता की हाइड्रोलिक क्रेन नागालैंड राज्य में पंजीकृत क्रेन सर्विस कम्पनी की जिसका राजस्थान राज्य के कर जमा का प्रमाण नहीं मिला तथा तीन ट्रेक्टर मिले जिन पर ग्रेडर व लोडर फिट किये मिले उनके दस्तावेज देखने पर कृषि कार्य के लिए पंजीकृत होना पाया गया लेकिन व्यवसायिक उपयोग हेतु उनको परिवर्तित कर रखा है । दो जे सी बी अपंजिकृत मिली इन सभी छः वाहनों के विरूद्ध DTO फलोदी द्वारा भेजे गए उड़नदस्ते के द्वारा चालान बनवाकर कर निरोध किया गया ।

कुछ वाहन ऐसे मिले है जिनमें एक बारीय टैक्स 7.5 प्रतिषत चुकाना था लेकिन ई-चालान में सम्बन्धित ने कम राषि दर्ज कर टैक्स चुकाना बता दिया। दो वाहन सोयल काॅम्पेक्टर एक पेवर का तो रजिस्ट्रेषन ही नहीं था। ये बिना पंजीयन के यहां काम में लिये जा रहे थे इसके अलावा ग्रेडर, बडी क्रेन, ब्रेवर मषीनों के भी दस्तावेज जांचे गये, जिसमें टैक्स चुकाये बिना ही मषीने लगा दी गई। कई वाहन नांगालेण्ड और पष्चिम बंगाल के है। इन वाहनों का पंजीयन वहां बताया गया है, लेकिन राजस्थान के टैक्स का भुगतान नहीं किया गया है। ऐसे इस तरह के वाहनों से काफी टैक्स मिलने की सम्भावना हैं। इन सभी वाहनों से सरकार को करीब 70 लाख रुपये तक राजस्व प्राप्त होने का अनुमान है ।

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