वंडर सीमेंट साथ 7 की चैम्पियन बना श्याम क्रिकेट क्लब जयपुर

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उदयपुर स्पोस्ट्स डेस्क । वंडर सीमेंट साथ:7 क्रिकेट महोत्सव के द्वितीय संस्करण का समापन उदयपुर के दिल्ली पब्लिक स्कूल के ग्राउण्ड पर रविवार को हुआ जिसमें पुरुष वर्ग में जयपुर की श्री श्याम क्रिकेट क्लब ने पीसीए इलेवन अहमदाबाद को 23 रन से हराकर चैम्पियनशिप जीती। महिला वर्ग में पेस मेकर उदयपुर ने एसएस जैन सुबोध गल्र्स पीजी कॉलेज को 5 विकेट से हराकर खिताब पर कब्जा जमाया।  wonder cement cricket mahotsav saath7
इस प्रतियोगिता को लेकर राजस्थान, गुजरात एवं मध्यप्रदेश राज्यों के लोगों में बडी उत्सुकता देखी गयी और कुल 48,000 से ज्यादा लोगों ने इसमें हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में महिला प्रतिभागियों ने भी काफी उत्साह से भाग लिया। साथ:7 क्रिकेट महोत्सव के द्वितीय संस्करण में 60 से अधिक महिला टीमों का पंजीकरण हुआ, और 1000 से भी ज्यादा महिलाओं ने इसमें भाग लिया। इस पूरे महोत्सव में लगभग 5000 के करीब मैच हुए।

इस अवसर पर भारतीय क्रिकट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव, केबिनेट मंत्री श्रीचंद कृपलानी, सांसद अर्जुनलाल मीणा, नगर निगम महापौर चन्द्रसिंह कोठारी, वंडर सीमेंट के उपाध्यक्ष विमल पाटनी, वंडर सीमेंट के प्रबंध निदेशक विवेक पाटनी, संयुक्त निदेशक विकास पाटनी, एचआरएच ग्रुप के लक्ष्यराजसिंह मेवाड़, पुलिस अधीक्षक राजेन्द्रप्रसाद गोयल ने हजारों दर्शकों के साथ फाइनल मैच देखा तथा खेल का आनन्द उठाया। इस पूरे टूर्नामेंट को सफल बनाने में वंडर सीमेंट के मेनेजमेंट एडवाइजर तरुण सिंह चौहान का विशेष योगदान रहा।

तहसील, जिला एवं जोनल स्तर पर मुकाबला करने के बाद हर जोन की विजेता टीमें प्रतियोगिता के फाइनल स्तर पर पहुंची। कई नॉक-आउट मुकाबलों के बाद पुरुष वर्ग में श्री श्याम क्रिकेट क्लब, जयपुर और पीसीए इलेवन अहमदाबाद तथा महिला वर्ग में पेस मेकर उदयपुर एवं एसएस जैन सुबोध गल्र्स पीजी कॉलेज टीमें फाइलन राउंड में पहुँची। साथ:7 क्रिकेट महोत्सव का फाइनल मैच अत्यन्त ही रोमांचक रहा, जिसमें खिलाडिय़ों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
सन् 1983 में भारत को पहला वल्र्ड कप जिताने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के भूतपूर्व कप्तान श्री कपिल देव की उपस्थिति ने सभी खिलाडिय़ों का मनोबल बढ़ाया और अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। टूर्नामेंट की सराहना करते हुए श्री कपिल देव ने टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी श्री श्याम क्रिकेट क्लब जयपुर के सुशील मीणा को स्वयं की तरफ से एक लाख रूपये एवं वंडर सीमेंट की ओर से 35000 के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया।

महिला वर्ग में पेस मेकर उदयपुर बनी विजेता

अतिथियों ने पुरुष वर्ग में विजेता टीम को चैंपियन ट्रॉफी, प्रमाण-पत्र के साथ 3,50,000 रूपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया। उपविजेता टीमों को क्रमश: 1,00,000 तथा 70,000 रूपये के नकद पुरस्कार दिए गए। महिला चैंपियन टीम को विजेता ट्राफी एवं प्रमाण-पत्र के साथ 1,40,000 रूपए के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया और उपविजेता टीम को 70,000 रूपये का नकद पुरस्कार दिया गया। प्रत्येक प्रतिभागी को स्पोर्टस् किट भी प्रदान किया गया। इस तरह कुल 40 लाख रूपये के इनाम दिये गये।
टूर्नामेंट में पुरुष वर्ग में मैन ऑफ द मैच लखन,श्रेष्ठ बल्लेबाज सुशील मीणा, श्रेष्ठ फील्डर संजय भदानिया, श्रेष्ठ गेंदबाज कौशल कौशिक को क्रमश: 7000 नकद का पुरस्कार प्रदान किया गया। महिला वर्ग में उदयपुर की दिव्या को प्लेयर ऑफ द मैच में 3500, प्लेयर ऑफ द सीरीज के लिए 14,000 तथा मैन ऑफ द सीरीज के लिए 35,000 रूपये का नकद पुरस्कार दिया गया।
वंडर सीमेंट के निदेशक विवेक पाटनी ने कहा कि वंडर सीमेंट के साथ:7 क्रिकेट महोत्सव अभियान ने दुनिया भर में अपने स्तर, पहुँच और सहभागिता के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित किए हैं। मुझे खुशी है कि साथ:7 क्रिकेट महोत्सव को लोगों द्वारा व्यापक पैमाने पर सहभागिता एवं प्रशंसा मिली। इससे प्रतीत होता है कि हमने इस अभियान को आयोजित करने के लक्ष्य को हासिल कर लिया है। हम आशा करते है कि इसके माध्यम से जो खेल भावना जागी है, उससे राज्यों तथा देश स्तर पर क्रिकेट को लाभ मिलेगा।
मनीष का कैच बना टर्निंग पोइंट :
रविवार को वंडर सीमेंट साथ:7 प्रतियोगिता के आयोजन के अवसर पर डीपीएस स्कूल मैदान में क्रिकेटपे्रमियों का उत्साह पूरे परवान पर था। पुरुष वर्ग में लक्ष्य का पीछा कर रही गुजरात की टीम एक समय चार ओवर में 51 रन बनाकर काफी मजबूत स्थिति में थी। ऐसा लग रहा था कि राजस्थान टीम की ओर से दिये गये लक्ष्य को वह आसानी से पार कर लेगी लेकिन अच्छी बल्लेबाजी कर रहे गुजरात के मनीष एक गेंद को समझ नहीं पाये और बल्ला घुमा दिया। इससे गेंद उनके बल्ले के निचले हिस्से से टकराकरहवा में उछली जिसे स्वयं गेंदबाज ने लंबी रेस लगाकर लपक लिया। यही मैच का टर्निंग पोइंट बना। इसके बाद गुजरात की टीम जीत की बढ़ती दिखाई नहीं दी।

कपिल पाजी ने लिया मैच का पूरा लुत्फ :

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव इस पूरे मैच में एक आम दर्शक की भांति मैच का पूरा लुत्फ उठाते दिखे। जहां उन्होंने अच्छे शोट पर तालियां भी बजाई और खराब क्षेत्ररक्षण को लेकर चिंता भी जाहिर की। लड़कियों के मैच में कपिलदेव बल्लेबाजों की शानदार बेटिंग देखकर काफी उत्साहित हुए और तालियां बजाकर उनकी हौंसला अफजाई की। इस दौरान कपिलदेव ने मैदान पर आने से लेकर विजेता टीम को ट्राफी देने तक क्रिकेटप्रेमियों को निराश नहीं करते हुए सभी को ओटोग्राफ दिये वहीं सेल्फी भी खिंचवाई।

मैदान पर रहा उत्साह का माहौल, बजे ढोल थिरके दर्शक :

डीपीएस स्कूल में अतिथियों के आगमन से लेकर मैदान तक ढोल, नगाड़ों के स्वागत और क्रिकेट के उत्सवी माहौल ने वहां मौजूद हर दर्शक को रोमांच से भर दिया। खेल मैदान पर अपनी-अपनी टीम को चियरअप करने के लिए समर्थक उनके पक्ष में हूटिंग कर लगातार उनका उत्साहवर्धन कर रहे थे। मैच का प्रसारण नियो स्पोट्र्स चैनल पर लाइव होने और स्क्रीन पर खुद को देखते ही दर्शकों का जोश दुगना होता रहा।

वंडर सीमेंट साथ:7 क्रिकेट महोत्सव के बारे में :

वंडर सीमेंट साथ:7 क्रिकेट महोत्सव 2017 क्रिकेट से जुड़ा विश्व का सबसे बड़ा उपभोक्ता समावेशी अभियान है, जहाँ भारत के तीन बड़े राज्य, यथा राजस्थान, मध्यप्रदेश और गुजरात से 48,000 लोगों हिस्सा लिया। यह 7 खिलाड़ी 7 ओवर वाला रोमांचक खेल है जो हमारे राज्यों के सभी इलाकों के लोगों को मैदान में उतरकर अपनी प्रतिभा दिखाने और अपने क्रिकेट के सपनों को हकीकत में बदलने का मौका देता है। एक खास बात इसमें यह है कि यदि टीम में एक भी सदस्य महिला है तो टीम को प्रति मैच 7 रन बोनस के रूप में दिये गये। इसका उद्देश्य क्रिकेट खेलने की इच्छा रखने वाली महिलाओं को मैदान में आकर पुरूषों के साथ सम्मान के साथ खेलने का मौका देना है। तहसील स्तर से फाइनल तक टूर्नामेंट में विजेता टीमों का कुल 40 लाख रूपये के इनाम दिये जायेंगे।

क्रिकेट में ग्रामीण प्रतिभाओं को निखारने के लिए वंडर सीमेंट की पहल अनुकरणीय : कपिल
उदयपुर। अपने जमाने के हरफनमौला क्रिकेटर कपिलदेव रविवार को वंडर सीमेंट साथ-7 क्रिकेट महोत्सव के फाइनल मुकाबले के दौरान पत्रकारों से रूबरू हुए। कपिल ने कहा कि ग्राउंड लेवल पर वंडर सीमेंट के क्रिकेट की बेहतरी के लिए किए जा रहे इस भागीरथ प्रयास के सवाल पर कहा कि एक बच्चा जब टीवी पर क्रिकेट का मैच देखता है तो उसकी इच्छा होती है कि वह भी ग्राउंड में जाकर खेले। जब मौका मिलता है तो बहुत अच्छा लगता है। इतने बड़े लेवल पर टूर्नामेंट करना आसान नहीं है। काफी मुश्किलात भी आई होगी। पचास हजार के करीब खिलाड़ी यहां आकर खेलते हैं, उनको इकट्ठा करना, अंपायर, उनका रिकॉर्ड, सब कुछ करना बड़ा कठिन है लेकिन जब फील्ड में देखा तो बहुत ही खूबसूरत यात्रा है, मेरे हिसाब से दुनिया में कोई भी ऐसा टूर्नामेट नहीं होगा जहां पर 50 हजार लडक़े-लड़कियों ने आकर टूर्नामेंट खेला होगा।
कपिल ने कहा कि तहसील व ग्रामीण स्तर पर यह प्रयास अच्छा लगा। लोग शहरों में बड़े-बड़े प्रोग्राम से पब्लिसिटी चाहते हैं लेकिन जब आप गांवों को शहरों के साथ जोडऩा शुरू कर देते हैं तो उस स्टेट की स्ट्रेंथ बढ़ जाती है। मुझे लगता है कि अवेयरनेस बढ़ी होगी, इससे आने वाले समय में बच्चों को बहुत फायदा होगा। किसके पास कितना टेलेंट है कोई नहीं जानता, जब तक मौका नहीं मिलता, पता नहीं चलता। तो इसलिए अच्छा लगा कि इतने बड़े पैमाने पर टूर्नामेंट किया जा रहा है।

क्रिकेट के लिए अपार पैसा चाहिए? सवाल पर कपिल ने कहा कि यह वंडर सीमेंट की हिम्मत है। लोग पब्लिसिटी करते हैं, बड़े-बड़े चैनल्स पर बड़ी-बड़ी संस्थाओं में मगर यहां पर बच्चोंं को गांवों-कस्बों से इकट्ठा करके लाना मुश्किल है। मुझे नहीं लगता है कि फाइनेंशली इतना असर होगा मगर यह सोच बड़ी है। आज वंडर सीमेंट ने किया है, बाकी संस्थाएं भी आगे आएं और ऐसे टूर्नामेंट और आगे बढ़ें। कल नई संस्थाएं आगे आएं फुटबॉल, हॉकी, कबड्डी सहित बाकी खेलों में भी तो मुझे बहुत अच्छा लगेगा। आप क्रिकेट से क्यों दूर हैं? सवाल के जवाब में कपिल ने कहा कि वे हमेशा से क्रिकेट से जुड़े हुए हैं। मगर साथ ही उन्होंने चुटकी ली कि अगर आप बुलाओगे नहीं, तो मैं जाउंगा नहीं। क्रिकेट में आए बदलाव पर बात करते हुए कपिल बोले कि अस्सी के दशक से आज के क्रिकेट में बहुत बड़ा बदलाव आया है। अब पैंतीस गैंदों में शतक लग जाता है, यह बहुत बड़ा बदलाव है । आज बच्चों में बहुत कॉन्फिडेंस है। हम जिस टेलेंट की बात करते हैं वह सामने उभर कर आ रहा है। इंडियन क्रिकेट का आज दुनियाभर में सम्मान पा रहा है और हमारी टीम के रिजल्ट भी अच्छे आ रहे हैं। टी-ट्वंटी में तिहरे शतक की उम्मीद के सवाल पर कपिल ने कहा कि क्यों नहीं लगेगा, तिहरा शतक? हमें तो उम्मीद है कि एक खिलााड़ी 400 रन भी बनाएगा। पहले एक दिन में 280 रन बनते थे। रफ्तार बहुत तेज हो गई है और शायद इसीलिए रिजल्ट भी ज्यादा आने शुरू हो गए हैं। पाकिस्तान के साथ मुकाबले के दौरान खिलाडिय़ों के सेंटिमेंट्स और प्रेशर के सवाल पर कपिलदेव का जवाब था कि पाकिस्तान के सामने जब इंडियन टीम उतरती है तो जितना प्रेशर आमजन महसूस करता है उतना ही हम खिलाड़ी भी महसूस करते हैं। हम लोगों से अलग नहीं हंै।

कपिल ने उम्मीद जताई कि इंग्लेण्ड ऑस्ट्रेलिया व साउथ अफ्रीका में भारतीय टीम जीत के सूखे को खत्म करेगी। आने वालों दिन अच्छे होंगे। कौनसा खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है? सवाल पर कहा कि कोई भी किसी से बहेतर या कमजोर नहीं कह सकता। अगली जनरेशन बेहतर नहीं होगी तो दुनिया आगे नहीं बढ़ पाएगी। आज इन्होंने किया है तो कल और बेहतर करना है, यही सोच क्रिकेट को आगे बढ़ाएगी।

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