रितिक तिवाडी बालाजी / जयपुर, 26 अगस्त। बाबा साहेब डाॅ. बी.आर. अम्बेडकर जी को 29 अगस्त 1947 को ‘‘संविधान प्रारूप समिति’’ का 7 सदस्यीय समिति के साथ अध्यक्ष बनाया गया। 29 अगस्त 2018 को बाबा साहेब को अध्यक्ष बनाए जाने के 71 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं, इसलिए डाॅ. बी.आर. अम्बेडकर जयन्ती समारोह समिति की ओर से एक ‘‘वंचित महामिलन महोत्सव’’ के बतौर जयपुर में अम्बेडकर सर्किल के पास ‘‘डाॅ. अम्बेडकर कथा’’ का आयोजन 29 अगस्त को प्रातः 10 बजे किया जा रहा है।समिति के अध्यक्ष पूर्व आई.ए.एस. एल.सी. असवाल ने बताया कि ‘‘डाॅ. अम्बेडकर कथा’’ की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही है।
डाॅ. अम्बेडकर कथा’’ का आगाज़ इस प्रकार होगा –
1. सबसे पहले इस ‘‘दलित महामिलन महोत्सव’’ में देशभक्ति पूर्ण तरूनुम के साथ संवैधानिक गतिविधियों को लयबद्ध तरीके से आगाज़ करते हुए वन्दे मातरम् के साथ में दीप प्रज्जवलित करते हुए आयोजन का शुभारम्भ किया जाएगा।
2. ‘‘संविधान पोथी कलश यात्रा’’ महिला शिक्षा की प्रेरणा स्त्रोत सावित्री बाई फुले को स्मरण करते हुए ज्योतिबा फुले सार्किल बाईस गोदाम एवं इन्दिरा गांधी सर्किल/जे.डी.ए सर्किल से ‘‘संविधान पोथी यात्रा’’ का डाॅ. अम्बेडकर सर्किल तक आगाज़ होगा। सभी महिलाएं पांडाल में आकर संविधान पोथियों को यथा स्थित नमन् के साथ में प्रस्तुत करेंगी। बाबा साहेब डाॅ. अम्बेडकर को पुष्पाजंलि के साथ में नमन् करते हुए मुख्य द्वार पर शहनाई के साथ में महिलाओं का अभिवादन होगा।
3. इस अवसर पर ‘‘नोपत एवं घेर नृत्य’’ के साथ में कलाकारों द्वारा बाबा साहेब को पुष्पाजंलि अर्पित की जाएगी।
4. मुख्य द्वार पर ही बजेगी ‘‘रणभेरी’’। ‘‘रणभेरी’’ के साथ में ‘‘डाॅ. अम्बेडकर कथा’’ का होगा आगाज़। लयबद्ध तरीके से होगा कथा वाचन। ‘‘नागपुर के कथाकार अनिरूद्ध शैवाले एवं उनकी 11 सदस्यीय टीम’’ द्वारा, जो नागपुर स्टाइल में बाबा साहेब की जीवनी, संवैधानिक विचारधारा को संक्षिप्त में लयबद्ध तरीके से वर्णित करेंगे। इस राजस्थान की आन-बान-शान की लोक गीत/लोक नृत्यों को समय-समय पर साकार रूप दिया जाएगा।
5. बाबा साहेब ‘‘डाॅ. अम्बेडकर का जन्मोत्सव’’ मनेगा बधाईगान के साथ।
6. इस महोत्सव में संवैधानिक विचारों से ओत-प्रोत विशिष्ठ व्यक्तियों और वृद्धजनों का ‘‘डाॅ. अम्बेडकर सम्मान’’ से नवाजा जाएगा।
7. वंचित समाज के कार्मिकों द्वारा इस चरण में जिन होनहार गरीब बालिकाओं को पुरस्कृत किया जाएगा उन बालिकाओं को भी चेक देकर शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहित किया जाएगा।
‘‘डाॅ. अम्बेडकर कथा’’ का आगाज़ होगा 70 तोपों की सलामी के साथ। आसमान से फूल बरसाकर महिलाओं का अभिवादन किया जाएगा और बाबा साहेब को नमन् किया जाएगा।
अन्त में संवैधानिक विचारधारा के जानने वाले का बीच-बीच में उद्बोधन के साथ में इस समारोह को नए आगाज़ के तौर पर अन्जाम दिया जाएगा।