जयपुर: गुजरात से लाकर लगभग 2 वर्ष पूर्व जयपुर जन्तुआलय में रखे गए एशियाई सिंहों के जोड़े ने जिसे नाहरगढ़ बायलोजीकल पार्क में रखा गया था की सिहंनी तेजिका ने 20, 21 मई, 2017 की शाम तथा रात्रि पश्चात् तीन शावकों को तथा 24 घन्टे के अन्तराल पर 22 मई को प्रातः एक मृत तथा एक कमजोर शावक को जन्म दिया है।
वन विभाग प्राप्त जानकारी के अनुसार तीन शावकों स्वस्थ हैं तथा चौथा कमजोर है। तेजिका ने शावकों को चाटकर साफ किया एवं तत्पश्चात्त दूध पिलाया।
शावकों के जन्म के पश्चात्त शेरनी तेजिका के स्वास्थ्य में सुधार आया। अंतिम शावक कमजोर होने के कारण लगभग 16 घंटे तक दूध पीने में असफल रहा। अन्ततः टीम द्वारा विशेष प्रयास कर तेजिका की इच्छा के विरुद्ध इस शावक को पिंजरे से बाहर निकाल कर जयपुर जन्तुआलय में स्थापित पोस्ट नेटल केयर यूनिट में भेज दिया गया है। वर्तमान में यह शावक स्वस्थ परन्तु कमजोर है। इसकी देखरेख रेसक्यू विशेषज्ञ वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ0 अरविन्द माथुर द्वारा की जा रही है। पूरे प्रकरण का निर्देशन उप वन संरक्षक जन्तुआलय विजयप्रकाश द्वारा किया जा रहा है।
तेजिका का प्रसवकाल नजदीक आने पर उसे मातृत्व का प्रशिक्षण देने का प्रयास किये गये तथा एक टीम गठित कर सी.सी. केमरों से उस पर निगरानी रखी गई ताकि जोधपुर स्थित माचिया जन्तुआलय में सिंहनी द्वारा शावकों को दूध न पिलाने की घटना की पुनरावृत्ति न हो। इस टीम द्वारा पिछले कई दिनों तक निरन्तर 24 घंटे तेजिका की निगरानी की गई। तेजिका व शावकों की वन विभाग की टीम द्वारा निरन्तर संवेदनशीलता से देखभाल की जा रही है।