जयपुर, 13 जून। बरसों बरस से समस्याओं का समाधान नही होने से परेशान आमजन को राजस्व शिविरों में निस्तारण होने से राहत तो मिल ही रही है साथ ही मनमुटाव भुलाकर मन मिलने और न्यायालयों के चक्कर काटने से मिल रही निज़ात से लोग और ज्यादा प्रसन्न हैं ।
ऎसा ही एक वाकया देखने को मिला जब पंचायत समिति सागवाड़ा की ग्राम पंचायत मुख्यालय सामलिया पर न्याय आपके द्वार शिविर आयोजित किया गया। शिविर में न्यायालय उपखण्ड अधिकारी सागवाड़ा में विचाराधीन राजस्व प्रकरण संख्या 376/16 अन्तर्गत धारा आरटीए 251 के पक्षकारान को जब शिविर प्रभारी एवं अधिकारियों द्वारा किए गए प्रयासों से समाधान मिला तो राहत से मिली मुस्कान सहज ही चेहरे पर आ गई।
सुनवाई के दौरान वादीगण गजानंद पिता धनेश्वर वगैरा ने बताया कि मोजा सामलिया में उनकी पैतृक कृषि भूमि स्थित है जिसके पास प्रतिवादीगण की खाते की आराजीयात है लेकिन वादी की आराजीयात में कृषि उपयोग हेतु भूमि उपलब्ध होने के बावजूद आने जाने के लिए उचित रास्ता नही होने के कारण अनेकों कठिनाईयों का सामना करना पडता है और वह उपलब्ध संसाधन का समुचित उपयोग नही कर पा रहा है।
वादी ने यह भी बताया कि प्रतिवादीगण को मौखिक रूप से रास्ता उपलब्ध कराने के लिए कई बार निवेदन किया गया है लेकिन प्रतिवादीगण इससे सहमत नही होने से वादीगण के द्वारा न्यायालय में प्रतिवादीगण के विरूद्ध वर्ष 2016 में वाद भी दायर किया गया है। इस पर शिविर प्रभारी अधिकारी एवं उपखण्ड अधिकारी सागवाड़ा गोपालसिंह एवं अधिकारियों द्वारा वादी गजानंद एवं प्रतिवादीगण श्रीमती भावना पत्नी राकेश वैष्णव एवं राकेश पिता लालदास वैष्णव निवासी सामलिया को मानवीय मूल्यों एवं संवेदनाओं के साथ पीढ़ियों तक रिश्ते सहेजने एवं पडौसी धर्म निभाने को लेकर किए गए समझाईश के प्रयास आखिरकार रंग लाए । इन प्रयासों के परिणामस्वरूप वादीगण एवं प्रतिवादीगण की आपसी सहमति हुई तथा रास्ता उपलब्ध कराने की सहमति दे दी।
इस पर शिविर प्रभारी एवं उपखण्ड अधिकारी गोपालसिंह ने तत्काल ही वादी एवं प्रतिवादीगण को हल्का पटवारी एवं आईएलआर के साथ मौके पर भेजा तथा दोनों पक्षों की सहमती से मौके पर ही दोनों पक्षों ने संतुष्ट हो कर सहमती दी । वादी एवं प्रतिवादी द्वारा आपसी राजीनामें से वाद का निस्तारण हो जाने एवं रास्ता उपलबब्ध हो जाने से बरसो से आवाजाही में हो रही समस्या के समाधान से जहां वादीगण राहत महसूस कर रहे थे वही मनमुटाव से हुई मन की दूरियों के दूर होने से वादी एवं प्रतिवादी दोनों ही बहुत खुश थे। दोनों ही पक्षों ने राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे इन राजस्व शिविरों के प्रति आभार व्यक्त किया।