सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजन की आवश्यक तैयारियां पूरी करें: जगरूप सिंह यादव

जयपुर, । वर्षा ऋतु के आगमन से पूर्व ही जिले भर में सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम को लेकर पूरी तैयारियां जोरो पर है। जिले के सभी गांव, ढाणी कस्बे और शहर इसमें अपनी सकारात्मक भागीदारी निभाते हुए बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें ताकि बढ़ते तापमान तथा पर्यावरण प्रदूषण पर अंकुश लग सके और प्राणवायु दाता पेड़ो की संख्या में आशातीत इजाफा हो और वृक्षारोपण कार्यक्रम जनजागरण के जरिए जन आंदोलन बनें।

जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट जगरूप सिंह यादव ने जिले के सभी उपखण्ड अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मानसून दस्तक देने वाला है, बरसात ऋतु शुरु होने से पूर्व ही सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजन की आवश्यक तैयारियां पूरी कर लें। आगामी माह जून के अंतिम अथवा जुलाई के प्रारंभिक सप्ताह में ही सभी सरकारी विभाग परिसरों एवं निकायों सहित मुख्य मार्गो व खाली पड़ी जमीन पर यहां वहां पौधारोपण कर धरती का शृंगार किया जाये। पौधारोपण के पश्चात इनकी फैन्सिंग, नियमित रूप से समय पर पानी देने व सुरक्षा एवं संरक्षण के माकूल इंतजामात भी सुनिश्चित किए जायें।

जिला कलक्टर श्री यादव ने जयपुर, आमेर, सांगानेर, चाकसू, फागी, दूदू, सांभरलेक, चौमूं, शाहपुरा, कोटपुतली, विराटनगर, जमवारामगढ़ और बस्सी के उपखण्ड अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि वे इस कार्यक्रम के द्वारा अधिक से अधिक संख्या में पौधारोपण करवाने की दिशा में जिम्मेदारी पूर्वक सक्रिय भागीदारी निभाएं और आमजन, स्वंय सेवी संस्थाओं और भामाशाहों को इससे जुड़ने के लिए प्रेरित करे।

उन्हाेंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे समय रहते भ्रमण, निरीक्षण व अवलोकन कर सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन व जनसहभागिता के लिए समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर लें। वृक्षारोपण के लिए गड्डे खोदनें का काम मनरेगा योजना के अन्तर्गत करवाया जा सकता है। जनसहयोग से ट्रीगार्ड देने वाले भामाशाह इस पर अपने नाम की पट्टिका भी लगवा सकते हैं। सघन वृक्षारोपण के इस महत्त्वपूर्ण कार्य में जनसहभागिता अपेक्षित है।

श्री यादव ने आमजन से आह्वान एवं अपील की है कि लोग स्वेच्छा से इस पुनीत कार्य में उत्साह पूर्वक अपना योगदान देंगे तभी यह सार्थक व सफल होगा। प्रत्येक व्यक्ति इस मानसून में कम से कम एक पौधा लगाकर उसे वृक्ष बनने तक उसका संरक्षण करे। गौरतलब है कि उप वन संरक्षक, रेंजर एवं फॉरेस्टर्स को जिले की वन विभाग नर्सरियों में समय पर छायादार पौधे तैयार करने के निर्देश पूर्व में ही जारी किए जा चुके हैं।

Related posts

Leave a Comment