स्मार्ट फोन के जरिए बच्चों की पढ़ाई कैसे करवाए !

इंटरनेट डेस्क  स्मार्ट फोन के जरिए बच्चों की पढ़ाई कैसे करवाए भारत में लगभग नब्बे फीसदी से अधिक छात्र स्मार्टफोन से पढाई करना चाहते है। यह तथ्य एक ऑनलाइन अध्ययन में सामने आया गया है। ऑनलाइन सर्वे में करीब 95 फीसदी विद्यार्थियों ने स्मार्टफोन से पढ़ाई करने को अपनी पहली पसंद बताया है।

इंटरनेट पर ऐप और ऑनलाइन टीचिंग मटेरियल उपलब्ध करवाने वाली कई कम्पनियां युवाओ की इंटरनेट सर्च के आधार पर डॉटा बेस तैयार करने में लगे है।

पति पत्नी का झगड़ा कम हो सकता है, लेकिन इन बातों का रखे ध्यान रोजाना !

कैसे इस्तेमाल करे स्मार्ट फोन का

इनके जरिए विध्यार्थियों के बढ़ते रुझान को समझ और उनके मुताबिक कोर्स डिजाइन करने का काम इन दिनों जोरो पर है। रिसर्च और डवलपमेंट के इन कार्यक्रमो में सबसे ज्यादा स्कूल कोर्स और प्रोफेशल्स कोर्स की सामग्रियों का समावेश किया जा रहा है।

हिन्दी ही नही भारत की अन्य भाषाओं में मौजूद इन अध्ययन सामग्रियों को ऐप और साइट के जरिए पढा, देखा और प्रयोग किया जा सकता है। ऑनलाइन कम्पनी वाजयू के अध्ययन में स्मार्ट फोन के इस्तेमाल से कई अनोखी बाते सामने आई है ।

भूत कैसे बनते हैं, क्या मरने के बाद इंसान हैवान बन सकता है !

इनमें छात्रो की बोद्धिक और शैक्षणिक विकास में अभूतपूर्व परिवर्तन या नतीजे देखने को मिले है। सर्वे के जरिए छात्रो के सामान्य , थोड़ा मुश्किल और बेहद मुश्किल विषयो की जानकारी विध्यार्थियों को कितना और कैसे समझ में आती है।

इसपर एक ट्रैड विकसित किया गया है। हालांकि इस सर्वे के आधार पर कोई प्रमाणित तथ्य निकाले जाए इस बात का दावा नही किया जा सकता है लेकिन कई विषयों में छात्रो की समझ और तैयार सामग्री के प्रदर्शन के एक ट्रेड को समझने में मदद ली जा सकती है।

लाइलाज बीमारियों को न्यौता देना मतलब पार्न देखना 

भारत में इन दिनो एंडरॉइड फोन का चलन जोरो पर है और मात्र पद्रह सौ से स्मार्ट फोन खरीदे जा सकते है। इसके अलावा सैकेड फोन्स का बाजार तो हजार रुपय के मुल्य पर ही उपलब्ध हो सकता है।

भारत में डिजिटल इंडिया अभियान जोरों पर है और इसके जरिए गांव देहात तक इंटरनेट सेवाए मुहैय्या करवाए जाने की तैयारी है। हाल ही में रिलायंस जिओ ने 31 मार्च तक फ्री 4 जी इंटरनेट स्पीड़ युक्त फ्री सिम उपलब्ध करवाई है। इसके जरिए विद्धार्थियों और युवाओँ को इंटरनेट से जोडे जाने की सम्भावनाए बढ गई है।

डिब्बाबंद दूध पाउडर बच्चों के लिए सुरक्षित है या नही , जानना है जरुरी !

भारत में कई नामी गिरामी कम्पनियों ने ऑनलाइन ट्यूशन उपलब्ध करवाने के प्लेटफार्म और वेबसाइट तैयार की है और उनका छात्र इस्तेमाल भी कर रहे है। कई ऐप के जरिए आपके फोन पर नर्सरी से लेकर पीएचडी तक की किताबे और कोर्स उपलब्ध करवाए गए है।

वीडियो लैक्चर
कई ऐप ऑनलाइन नर्सरी से लेकर मास्टर ड्रिग्री तक के कोर्स टॉपिक्स वीडियो लैक्चर कई एजूकेशन ऐप के जरिए इस्तेमाल की जा सकती है

पानी पीने का सही तरीका नही जानते, आपका नुकसान हो सकता है !

मुफ्त ऐप
यूटयूब और कई वीडियो वेबसाइट्स पर कई ऐसे वीडियो है जिन्हे ऐप के जरिए डाउनलोड कर पढा जा सकता है। कुछ वर्जन ऐसे ऐप के फ्री होते जबकि एडवांस वर्जन के लिए कुछ सौ रुपय एक बार में खर्च करने पड़ सकते है।

ऑनलाइन ट्यूशन
पिलानी, आईआईटी और कई ऐसे स्कूल विश्वविध्यालय है जो ऑनलाइन ट्यूशन क्लास वीडियों के जरिए इंटरनेट पर कभी भी कही भी सर्च करने की सुविधा देते है। आईटी और कम आईटी ज्ञान वाले छात्र भी इन कोर्स के जरिए फायदा उठा सकते है।

क्रिसमस और संता का क्या है कनेक्शन , क्यों आते है दोनों एक साथ !

एज्यूकेश्नल वीडियो गेम्स
स्मार्ट फोन्स के जरिए कई ऐसे ऐप को डाउलोड किया जा सकता है जिन्हे बच्चे शौक से खेलते है इन ऐप्स के अलग अलग लेवल क्रास करने पर बौद्धिक क्षमताओं की बढोत्तरी हो सकती है।

नोट स्मार्ट फोन के जरिए बच्चों की पढ़ाई कैसे करवाए विषय पर उपरोक्त लेख एक सलाह है लेख के जरिए पाठक के प्रयोंग से कोई सरोकार नही है। कृपया उपरोक्त सुझावों को अमल में लाने से पूर्व उनके लाभ हानी की जानकारी अवश्य ले ले।

नर्स को बख्शीश नही दी तो,नवजात शिशु को ही…..

Comments

comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *