वॉलनट/अखरोट खाने से कोरोनरी हार्ट डिजीज का खतरा कम – एक्सपर्ट्स

Health Desk कैलिफोर्निया वॉलनट ने अमृतसर में क्लीनिकल, प्रीवेंटिव कॉर्डियोलॉजी और इमैजिंग पर वर्ल्ड कांग्रेस के 12वें संस्करण में स्वस्थ हृदय की अवधारणा को प्रोत्साहित किया
सितंबर 2017- वर्ल्ड हार्ट डे (विश्व स्वास्थ्य दिवस पर इसका आयोजन वर्ल्ड हार्ट एकेडमी (डब्ल्यूएचए) , इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ कार्डियोवेस्कुलर अल्ट्रासाउंड, यूएसए (आईएससीयू), वर्ल्ड वेलनेस फाउंडेशन (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) और अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ कार्डियोलॉजिस्ट ऑफ इंडियन ऑरिजिन, यूएसए (एएसीआईओ), इंडियन एकेडमी ऑफ इकोकार्डियोग्राफी (आईएई), सीएसआई की दिल्ली शाखा, एसोचैम और स्कोप द्वारा किया गया था।

इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन 29 सितंबर

-1 अक्टूबर, 2017 को अमृतसर में किया जा गया। इस कार्यक्रम के माध्यम से ह्नदय रोग विशेषज्ञों और जीवनशैली से जुड़े विशेषज्ञोंवस) के अवसर पर, कैलिफोर्निया वॉलनट कमीशन ने 12वें वर्ल्ड कांग्रेस ऑन क्लीनिकल, प्रीवेंटिव कार्डियोलॉजी एंड इमेजिंग- 2017 (डब्ल्यूसीसीपीसीआई 2017) में हिस्सा लिया। इस मुद्दे पर अपनी बात रखने का मंच मिला कि ये जानलेवा महामारी क्यों फैल रही हैं और इसे कम करने के लिये और क्या किया जा सकता है।कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण जाने-माने ह्नदय रोग विशेषज्ञ डॉ. एच.के चोपड़ा, संगठन के अध्यक्ष, डब्ल्यूसीसीपीसीआई-2017, की प्रस्तुति रही। जहां उन्होंने कैलिफोर्निया वॉलनट के फायदों के बारे में बताया।

डॉ. चोपड़ा ने कहा, ‘‘कैलिफोर्निया वॉलनट संतुलित भोजन के लिये एक बेहतर विकल्प है और आजकल लाखों भारतीय जो जंक फूड खा रहे हैं उसके कुछ प्रभावों को ये कम भी कर सकता है। कई अध्ययन इस बात का समर्थन करते हैं कि रोजाना वॉलनट या अखरोट खाने से कोरोनरी हार्ट डिजीज का खतरा कम हो सकता है। अखरोट ओमेगा 3 फैटी एसिड के पर्याप्त स्रोतों में से एक है, जिसमें प्रति सर्विंग पर 2.5 ग्राम अल्फा लिनोलेनिक एसिड (एएलए) प्राप्त होता है। एएलए पौधों पर आधारित ओमेगा 3 फैटी एसिड है, जिसका निर्माण शरीर नहीं करता है और भोजन के माध्यम से ही प्राप्त किया जा सकता है। अखरोट में कई विटामिन और खनिज होते हैं, जिनमें मैगनीशियम, फॉस्फोरस, सेलेनियम, गामा टोकोफेरेल शामिल हैं। इनमें कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट और पॉलीफेनॉल होता है, जो स्वास्थ्य से जुड़े कई सारे फायदे प्रदान करते हैं। अखरोट खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है।’’

भारत के विशेषज्ञों के साथ-साथ, इस वैज्ञानिक फोरम में अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी (एसीसी) के कई अंतरराष्ट्रीय फैकल्टी की भागीदारी भी देखी गई। इनके साथ अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ कार्डियोलॉजिस्ट ऑफ इंडियन ओरिजिन (एएसीआईओ) और अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ओरिजिन (एएपीआई) के फैकल्टी भी शामिल हुए। 5000 से भी अधिक संख्या में लोगों की उपस्थिति चौंका देने वाली है। इस सम्मेलन में क्लीनिकल, प्रीवेंटिव कार्डियोलॉजी, इमेजिंग, इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी, इकोकार्डियोग्राफी इंट्रावेस्कुलर अल्ट्रासाउंड, इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी और कार्डिएक सर्जरी पर चर्चा की गई और इन क्षेत्रों में हुई वृद्धि की ओर भी ध्यान दिलाया गया।

कैलिफोर्निया वॉलनट कमीशन के विषय में
वर्ष 1987, में स्थापित कैलिफोर्निया वॉलनट कमीशन उत्पादों के अनिवार्य आकलन के द्वारा अनुदानित है। यह कमीशन कैलिफोर्निया राज्य की एक एजेन्सी है, जो सेक्रेटरी ऑफ द कैलीफोर्निया डिपार्टमंट ऑफ फूड एंड एग्रिकल्चर (सीडीएफए) के सहयोग से कार्यरत है। सीडब्ल्यूसी प्रमुख रूप से स्वास्थ्य अनुसंधान तथा निर्यात बाजार विकास संबंधी गतिविधियों में मुख्य रूप से संलग्न रही है। उद्योग, स्वास्थ्य अनुसंधान एवं रेसिपी आइडियाज के विषय में और अधिक जानकारी के लिये ूूण्ूंसदनजेण्वतह पर लॉग ऑन करें।

एससीएस ग्रुप के विषय में 
एससीएस ग्रुप गुड़गांव स्थित एक कृषि व्यवसाय सलाहकार संस्था है, जिसे विपणन, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और खाद्य, पेय व कृषि उत्पादों से संबंधित संचार रणनीति में विशेषज्ञता हासिल है। इस संस्था को भारतीय उपभोक्ताओं की बढ़ती आमदनी और वैश्विक अर्थतंत्र के साथ एकीकरण के आलोक में उनकी बदलती पसंद एवं खरीदारी की प्रवृत्ति की गहरी समझ है। भारत में एसएससी ग्रुप कैलिफॉर्निया वॉलनट कमीशन का प्रतिनिधित्व करती है।

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